Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 21 Mar, 2021 11:42 AM
इंसान के दिमाग से तेज कुछ भी नहीं चल सकता। आवश्यकता पड़ने पर इंसान किसी भी तरह की चीजें बना लेता है। किसान अपनी गजब जुगाड़ ट्राली से मोबाइल
फरुर्खाबादः इंसान के दिमाग से तेज कुछ भी नहीं चल सकता। आवश्यकता पड़ने पर इंसान किसी भी तरह की चीजें बना लेता है। किसान अपनी गजब जुगाड़ ट्राली से मोबाइल सोलर पावर बैंक बनाया है। दरअसल बाढ़ प्रभावित गांव भुड़िया भेड़ा में कम बिजली आती हैष वहीं अनोखा चलता फिरता सोलर बैंक लोगों को खूब भा रहा है। सिंचाई के साथ घरों में भी उजाला भी कर रहा है।
बता दें कि राजेपुर ब्लॉक के गांव भुढ़िया भेड़ा में बिजली कम आती है, गांव में बिजली कम आने से रात में घर में अंधेरे के साथ ही खेतों की सिंचाई की भी समस्या थी। इसीलिए यहां खेत से लेकर घरों तक ऊर्जा की आवश्यकता ने किसान जोगेंद्र सिंह को भी अविष्कार के लिए प्रेरित किया। बिजली ना होने पर सोलर प्लांट ही विकल्प था मगर खेतों में लगवाएं या घर में यह सवाल आ फंसा ऐसे में जोगेंद्र सिंह ने अपनी ट्रैक्टर ट्राली से ही 2 किलो वाट का सोलर प्लांट स्थापित किया। इससे दिन में स्वयं अपना नलकूप चलाते हैं। शाम को वह पूरा सेटअप घर पर खड़ा कर देते हैं। अपना घर के साथ-साथ पड़ोस के लोगों को भी बिजली की सुविधा मुहैया कराते हैं। आसपास के लोग मोबाइल चार्ज करने आते हैं।
जोगेंद्र सिंह ने बताया कि यह पांच भाई हैं और खेती के साथ-साथ शामिल खाते में ही करते हैं। इस कारण अलग-अलग स्थानों पर भी सभी नलकूप के लिए बिजली कनेक्शन नहीं लिया जा सकता. ऐसे में की जुगाड़ से सारी समस्या खत्म हो गई. जिस खेत पर सिंचाई की जरूरत होती है वहां ट्राली दिन में लगा देते हैं। दिन भर में 4 से 5 बीघा फसल की सिंचाई हो जाती है। शाम को घर पर ट्राली लाकर बिजली का उपयोग करते हैं।