Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 15 Apr, 2021 02:54 PM
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण के लिए मतदान जारी है, ऐसे में अयोध्या जनपद का एक ऐसा गांव है, जहां के सैकड़ों मतदाताओं ने आजादी के बाद से अब तक मतदान ही नही किया, जिससे लोकतंत्र के इस उत्सव में शामिल नहीं हो पाए। समय-समय पर मीडिया इनकी आवाज...
अयोध्या: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण के लिए मतदान जारी है, ऐसे में अयोध्या जनपद का एक ऐसा गांव है, जहां के सैकड़ों मतदाताओं ने आजादी के बाद से अब तक मतदान ही नहीं किया, जिससे लोकतंत्र के इस उत्सव में शामिल नहीं हो पाए। समय-समय पर मीडिया इनकी आवाज उठता रहा, इनकी मांग मात्र यह थी, कि इनका यदि अलग बूथ बना दिया जाए, तो वह बदले हुए बूथ पर मतदान करने जाएंगे और अब बूथ बदले जाने के बाद इस बार के पंचायत चुनाव में इनको मताधिकार करने का मौका मिला, तो इनके चेहरे खिल उठे और ये मतदाता वर्तमान शासन और प्रशासन को धन्यवाद देते नजर आ रहे हैं। इन मतदाताओं की मानें तो इनको अब अहसाह हुआ कि वो भी आजाद भारत के नागरिक हैं।
अपने जीवन में पहली बार मतदान करने जा रहे और लोकतंत्र के उत्सव में पहली बार भाग लेने वाले सैकड़ों मतदाताओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। पीढ़ी दर पीढ़ी गुजर जाने के बाद किसी चुनाव चिन्ह पर न मुहर लगा सके और न ही एवीएम के बटन दबा सके। इन मतदाताओं की मानें तो इनको अब अहसास हुआ कि वो भी आजाद भारत के नागरिक हैं।
अयोध्या अमानीगंज ब्लाक क्षेत्र के गद्दोपुर ग्राम सभा का बोध तिवारी का पुरवा है, जहां सामान्य वर्ग से जुड़े जाति विशेष के लोग गद्दोपुर गांव नहीं जाते और इसी गांव में मतदान केंद्र रहा करता है। बताते हैं कि गद्दोपुर के जमींदारों ने उनके पुरखों की बड़ी जमीन जबरन कब्जा कर लिया था। जिसका विरोध इनके पूर्वज ने भूख हड़ताल करके किया। जिसमें उनकी मौत हो गई और फिर उनकी मौत के बाद से अब तक संबंधित परिवार का कोई भी व्यक्ति गद्दोपुर नहीं गया। इसलिए इस पुरवा के सबसे अधिक मतदाता मतदान करने नहीं जाते। अब जब इस बार इन मतदाताओं को मताधिकार के प्रयोग करने का मौका मिला है,तो प्रशानिक लोग भी खुशी जाहिर करते हुए अपनी पीठ थपथपा रहे है।