Edited By Anil Kapoor,Updated: 07 Jun, 2018 11:23 AM
पूरब के आक्सफोर्ड कहे जाने वाले इलाहाबाद केन्द्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) में होस्टल वॉशआऊट को लेकर हुए उपद्रव के बाद परिसर में शांति बहाल है। उपद्रव में शामिल 410 छात्रों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है जबकि 11 को जेल भेजा गया है।
इलाहाबाद: पूरब के आक्सफोर्ड कहे जाने वाले इलाहाबाद केन्द्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) में होस्टल वॉशआऊट को लेकर हुए उपद्रव के बाद परिसर में शांति बहाल है। उपद्रव में शामिल 410 छात्रों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है जबकि 11 को जेल भेजा गया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने 11 जून तक छात्रों से होस्टल खाली करने के लिए कहा था। इस दौरान होस्टल में रहने वाले छात्रों से यह कहा गया था कि वे स्वेच्छा से अपने कमरे खाली कर छात्रावास अधीक्षक को चाबी सौंप दें। उसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन 12 से 15 जून तक अभियान चलाकर होस्टल खाली कराएगा।
उन्होंने बताया कि इसी बात को लेकर मंगलवार को विश्वविद्यालय के छात्रों ने उपद्रव शुरू कर दिया। उपद्रवी छात्रों ने पुलिस की एक जीप, मोटरसाइकिल फूंक दी। एक राजकीय परिवहन निगम की बस में भी आग लगा दी थी लेकिन उसे समय रहते बुझा दिया गया। इस मामले में रात में ही 410 छात्रों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई।गिरफ्तार 11 छात्रों को अलग-अलग जिलों में जेल भेज दिया गया। आगजनी करने वाले और छात्रों की पहचान की जा रही है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में अब शांति बहाल है। एहतियातन इविवि में सुरक्षा को लेकर व्यवस्था सख्त की गई है। सुरक्षाकर्मियों को चौकन्ना रहने की हिदायत दी गई है।
गौरतलब है कि मंगलवार को छात्रों के हिंसक प्रदर्शन, बमबाजी, तोड़-फोड़ और आगजनी के बाद जिला प्रशासन के साथ बैठक कर छात्रों से होस्टल वॉशआऊट कराने का फैसला विश्वविद्यालय प्रशासन को स्थगित करना पड़ा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने जून में प्रतियोगी परीक्षाएं होने का हवाला देते हुए कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं में बहुत से अन्त:वासी सम्मलित होंगे इसलिए अगले आदेश तक होस्टल वॉशआऊट का फैसला स्थगित किया जाता है।