Edited By Mamta Yadav,Updated: 06 Aug, 2025 09:01 PM

जिले में यमुना और चंबल नदियों के बढ़ते जलस्तर ने एक बार फिर खतरे की घंटी बजा दी है। मंगलवार को चंबल नदी में संरक्षित विशालकाय घड़ियाल को शहर के पास यमुना नदी के शमशान घाट पर देखा गया, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने न केवल इस...
Etawah News, (अरवीन): जिले में यमुना और चंबल नदियों के बढ़ते जलस्तर ने एक बार फिर खतरे की घंटी बजा दी है। मंगलवार को चंबल नदी में संरक्षित विशालकाय घड़ियाल को शहर के पास यमुना नदी के शमशान घाट पर देखा गया, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने न केवल इस दृश्य को कैमरे में कैद किया बल्कि उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया, जिससे यह मामला चर्चा में आ गया।
वन विभाग अलर्ट पर
वन विभाग के अनुसार, यह स्थिति बाढ़ का पानी उतरने के बाद अक्सर देखी जाती है, जब जलीय जीव सामान्यतः नदियों से काफी दूर माने जाने वाले क्षेत्रों में आ जाते हैं। यह परिस्थिति ग्रामीण इलाकों और खेतों के आसपास रहने वाले लोगों के लिए विशेष रूप से खतरनाक मानी जा रही है। जैसे ही घड़ियाल की मौजूदगी की सूचना मिली, वन विभाग की टीम हरकत में आ गई और क्षेत्र में निगरानी शुरू कर दी गई। विभाग ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कोई भी व्यक्ति नदी या जलभराव वाले क्षेत्रों के पास न जाए, और अगर कहीं मगरमच्छ या घड़ियाल दिखे तो तुरंत प्रशासन या वन विभाग को सूचित करें।
किसी भी आपात स्थिति से निपटने की तैयारी
वन विभाग का मानना है कि जब तक बाढ़ का पानी पूरी तरह से नहीं उतरता, तब तक इस तरह के जीवों के खुले में आने की घटनाएं होती रहेंगी। विभाग ने खुद को पूरी तरह से अलर्ट मोड में रखा है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर ली गई है। जानकारों के मुताबिक, बाढ़ के चलते चंबल और यमुना की धाराओं के मिलने और जल फैलाव के कारण अब चंबल की जलीय संपदा यमुना में देखी जा रही है। जहां पहले ये जीव संरक्षित क्षेत्रों तक सीमित थे, अब वे आबादी वाले इलाकों की ओर भी बढ़ने लगे हैं, जिससे भय और चिंता का माहौल बन गया है।