Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Feb, 2018 04:22 PM
उत्तर प्रदेश सरकार की पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने सोमवार को बताया कि यूपी सरकार ने नई पर्यटन नीति बनाई है। इसका मुख्य उद्देश्य पर्यटन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश को पहला राज्य बनाना है। उन्होंने कहा कि नई पर्यटन नीति से उत्तर प्रदेश में बडे...
लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार की पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने सोमवार को बताया कि यूपी सरकार ने नई पर्यटन नीति बनाई है। इसका मुख्य उद्देश्य पर्यटन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश को पहला राज्य बनाना है। उन्होंने कहा कि नई पर्यटन नीति से उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार मिलेगा। बता दें कि लाल बहादुर शास्त्री भवन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान रीता बहुगुणा जोशी ने यह बातें कही।
इस दौरान उन्होंने कहा कि योगी सरकार के कार्यकाल में ही पर्यटन के क्षेत्र में यूपी को देश के शिखर पर पहुंचाना है। पर्यटन के क्षेत्र में प्रतिवर्ष कम से कम 5,000 करोड़ के निवेश के दावे किए जा रहे हैं, जिसमें इन्वेस्टर्स मीट के पहले ही करीब 10,000 करोड़ के निवेश से जुड़े 23 प्रस्ताव सरकार को मिल चुके हैं। जोशी ने कहा कि यूपी को पर्यटन के क्षेत्र मे आगे ले जाने के लिए 15 प्रतिशत देशी और 10 प्रतिशत विदेशी पर्यटकों को यूपी के पर्यटन स्थल तक लाने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने बताया कि बजट में योगी सरकार ने रामायण, कृष्णा, बौद्ध, जैन, सूफी-कबीर, महाभारत, बुन्देलखंड सर्किट बनाने की घोषणा की है। पर्यटन के क्षेत्र में निवेश करने वाले निवेशकों को सिंगल विंडो के जरिए निवेश से जुड़ी हर प्रक्रिया को पूरा करने की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। रीता जोशी ने कहा कि होटल, रिसोर्ट, वेलनेस सेंटर को 15 प्रतिशत, लो बजट होटल और एडवेंचर- वाइल्ड-लाईफ टूरिज्म के तहत बनने वाले टेन्ट्स को 20 प्रतिशत के साथ जहां हेरिटेज और लाईट एंड साउंड से जुड़े नए प्रोजेक्टस को सर्वाधिक 25 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाएगी।