Edited By Deepika Rajput,Updated: 02 Jun, 2018 05:24 PM
उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकटेश्वर लू तथा 2 अन्य अधिकारियों ने शनिवार को सहारनपुर पहुंचकर कैराना उपचुनाव में मतदान के दौरान खराब हुई ईवीएम और वीवीपैट के बारे में जानकारी प्राप्त की।
सहारनपुरः उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकटेश्वर लू तथा 2 अन्य अधिकारियों ने शनिवार को सहारनपुर पहुंचकर कैराना उपचुनाव में मतदान के दौरान खराब हुई ईवीएम और वीवीपैट के बारे में जानकारी प्राप्त की।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि लू ने सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने लोकसभा उपचुनाव के दौरान 28 मई को 73 बूथों पर खराब हुई ईवीएम और वीवीपैट की जांच की। वेंकटेश्वर लू के साथ इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ईसीआईएल) के उपमहाप्रबंधक और ईवीएम प्रभारी भी मौजूद थे। सूत्रों ने बतया कि सहारनपुर जिला अधिकारी प्रमोद पांडेय ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी लू को बताया कि उनके पास 1100 वीवीपैट मशीनें थीं। 764 मशीनें मतदान के लिए बूथों पर लगाई थीं। बाकी मशीनें आरक्षित थीं। मतदान के दौरान खराब होने पर 249 वीवीपैट मशीनें बदली गई थीं। इन मशीनों के बड़े स्तर पर खराबी के कारण मतदान बुरी तरह से प्रभावित हुआ था।
चुनाव आयोग ने वीवीपैट की तकनीकी खराबी को ठीक करने के लिए 6-6 इंजीनियर भी नियुक्त किए हुए थे। जिलाधिकारी की रिपोर्ट पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी लू ने 30 मई को सहारनपुर के 68 बूथों और शामली जिले के 5 बूथों समेत कुल 73 बूथों पर पुनर्मतदान के आदेश दिए थे। सहारनपुर में वीवीपैट मशीनों की जांच चुनाव आयुक्त के साथ आए कंपनी के अधिकारियों ने की। जांच के बाद उन्होंने कहा कि मशीनों पर रोशनी पड़ने से उनकी रीडिंग बदल जाती है और प्रिंटिंग पर फर्क पड़ता है।