योगी का असर- मीट व्यापारियों ने बदला कारोबार, बेच रहे हैं चाय
Edited By ,Updated: 30 Mar, 2017 10:18 AM
उत्तर प्रदेश में अवैध बूचड़खानों के बन्द होने के आदेश के बाद सभी जनपदों के जिला प्रशासन ने अपने-अपने जिलो में अवैध रूप से चल रहे बूचड़खानों को पूरी तरह बंद करा दिया है।
मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश में अवैध बूचड़खानों के बन्द होने के आदेश के बाद सभी जनपदों के जिला प्रशासन ने अपने-अपने जिलो में अवैध रूप से चल रहे बूचड़खानों को पूरी तरह बंद करा दिया है। जिसके चलते बेरोजगार हुए गोस्त कारोबारियों ने अपने परिवार के पालन-पोषण के लिए दूसरा काम करना शुरू कर दिया है।
जानकारी के अनुसार बूचड़खानों के बन्द होने पर मुजफ्फरनगर में गोश्त का काम करने वाले बहुत से लोगों में किसी ने चाय की दुकान खोली तो किसी ने परचून की दुकान खोल ली है। इन सभी लोगों का यही कहना था की गोश्त की दुकान बंद होने के बाद परिवार चलाने के लिए कुछ काम तो करना जरुरी था वरना खाने के भी लाले पड़ने लगे थे।
गोस्त व्यापारी का कहना है कि हमारी मार्किट में गोश्त की दुकान थी जो अब बंद हो गई। इसके बाद चाय की दुकान खोल ली क्योंकि जब गोश्त बंद हो गया तो क्या करते। योगी जी ने गोश्त की दुकाने बंद करा दी तो भूखे थोड़ी ना मरते। अब हमने इस चीज की दुकान खोल ली है और हमारे पास इसका लाइसेंस भी है। व्यापारी ने कहा कि जब प्रशासन ने सारी दुकाने बंद करा दी तो हम क्या करते।