Edited By Ramkesh,Updated: 19 Jul, 2025 03:03 PM

श्रावण मास के पवित्र अवसर पर कांवड़ यात्रा और अन्य धार्मिक आयोजनों के मद्देनज़र प्रदेश के विभिन्न जिलों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने के लिए प्रशासन ने व्यापक तैयारियाँ शुरू कर दी हैं।
लखनऊ: श्रावण मास के पवित्र अवसर पर कांवड़ यात्रा और अन्य धार्मिक आयोजनों के मद्देनज़र प्रदेश के विभिन्न जिलों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने के लिए प्रशासन ने व्यापक तैयारियाँ शुरू कर दी हैं।
लखनऊ से अयोध्या और गोरखपुर की ओर जाने वाले मार्गों पर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। प्रशासन ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को वैकल्पिक मार्ग घोषित करते हुए कई जिलों में डायवर्जन प्लान लागू कर दिया है। यह व्यवस्था 19 जुलाई से 9 अगस्त 2025 या भीड़ समाप्त होने तक प्रभावी रहेगी।
मुख्य बिंदु: डायवर्जन और प्रतिबंध
🚫 प्रतिबंधित मार्ग
लखनऊ–अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-27)
अयोध्या–टांडा–गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-233)
अयोध्या शहर का अंदरूनी क्षेत्र
कांवड़ यात्रा और झूला मेला मार्ग
✅ वैकल्पिक मार्ग (भारी वाहनों के लिए)
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे – मुख्य वैकल्पिक मार्ग
सिधौली–सीतापुर मार्ग – गोरखपुर, बलरामपुर, बहराइच से आने वाले वाहन
आईआईएम रोड–शहीद पथ–अहीमामऊ होकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे – लखनऊ क्षेत्र में भारी वाहनों के लिए
प्रमुख डायवर्जन प्लान जिला-वार
रायबरेली की ओर से आने वाले वाहन
हलियापुर से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की ओर डायवर्ट किए जाएंगे। अयोध्या शहर में प्रवेश नहीं मिलेगा।
बाराबंकी की ओर से आने वाले वाहन
भिटरिया → रामसनेही घाट → हैदरगढ़ से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की ओर मोड़ा जाएगा।
कानपुर/लखनऊ से आने वाले वाहन
मोहनलालगंज, गोसाईंगंज, चांद सराय होते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर डायवर्ट होंगे। NH-27 पर प्रवेश वर्जित।
अम्बेडकरनगर/आजमगढ़/टांडा से आने वाले वाहन
दोस्तपुर से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की ओर मोड़े जाएंगे। टांडा–अकबरपुर–फैजाबाद मार्ग पर भारी वाहनों पर रोक।
गोरखपुर/बस्ती/संतकबीरनगर/उतरौला से आने वाले वाहन
जरवल रोड तिराहा से बहराइच → टिकोरा मोड़ → चहलारी घाट → सिधौली → सीतापुर → लखनऊ मार्ग की ओर डायवर्ट होंगे।
अयोध्या/लखनऊ की ओर आने वाले भारी वाहन
कलवारी → टांडा → अकबरपुर → दोस्तपुर से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की ओर भेजे जाएंगे।
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि धार्मिक स्थलों और यात्रा मार्गों पर किसी भी हालत में भारी वाहनों की आवाजाही नहीं होगी। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष निगरानी की जा रही है। यातायात पुलिस और प्रशासनिक टीमें प्रमुख चौराहों और सीमाओं पर तैनात रहेंगी, ताकि मार्गों पर किसी तरह की बाधा न हो और कांवड़ यात्रा सुचारु रूप से सम्पन्न हो सके।