Edited By Anil Kapoor,Updated: 07 May, 2018 09:19 AM
उत्तर प्रदेश के सीतापुर में आदमखोर कुत्तों के हमले में एक और बच्चे की मौत हो गई। पिछले एक हफ्ते के दौरान आदमखोर कुत्तों के हमलों में यह छठी मौत है। उधर शाम लखनऊ में मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान के अनुसार प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ...
सीतापुर/लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सीतापुर में आदमखोर कुत्तों के हमले में एक और बच्चे की मौत हो गई। पिछले एक हफ्ते के दौरान आदमखोर कुत्तों के हमलों में यह छठी मौत है। उधर शाम लखनऊ में मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान के अनुसार प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद सीतापुर में खैराबाद थानाक्षेत्र के अंतर्गत ङ्क्षहसक कुत्तों द्वारा हमले की घटनाओं को गंभीरता से लिया है। उन्होंने इन घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मृत बच्चों के परिजनों के प्रति गहरी सहानुभूति एवं संवेदना व्यक्त की है। साथ ही, जिला प्रशासन को सख्त निर्देश दिए हैं कि बच्चों पर कुत्तों द्वारा इस प्रकार से हमला करने की घटनाओं को हर हाल में रोका जाए और इसके लिए प्रभावी कदम उठाये जाएं।
सीतापुर के पुलिस सूत्रों ने बताया कि तालगांव थानाक्षेत्र में बकरियां चराने गए 10 साल के कासिम पर कुत्तों के झुंड ने हमला कर दिया और उसे नोंच डाला, जिससे उसकी मौत हो गई। पिछले एक हफ्ते के दौरान आदमखोर कुत्तों के हमलों में होने वाली यह छठी मौत है। उन्होंने बताया कि बिहारीपुर गांव के पास भी कुत्तों ने इरफान नामक लड़के पर हमला करके उसे गम्भीर रूप से घायल कर दिया। जिलाधिकारी शीतल वर्मा ने जिले में आतंक का पर्याय बने इन कुत्तों को पकड़ने के लिए लखनऊ और दिल्ली नगर निगमों से मदद मांगी है। उन्होंने बताया कि अब तक 30 कुत्तों को पकड़ा जा चुका है।
इस बीच, सीतापुर में कुत्तों द्वारा बच्चों पर हमले की घटनाओं को प्रदेश सरकार ने गंभीरता से लिया है। जिले की प्रभारी मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने सीतापुर पहुंचकर इस सम्बन्ध में प्रशासन द्वारा उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा की। प्रभारी मंत्री ने खैराबाद में स्थानीय ग्राम प्रधानों, नगर पालिका अध्यक्ष, मीडिया तथा गठित टीमों के अधिकारियों एवं जिला प्रशासन के साथ बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को इस समस्या से शीघ्र निपटने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान शीतल वर्मा ने बताया कि जिले के खैराबाद थाना क्षेत्र में आदमखोर कुत्तों के हमले में गत एक मई को कोलिया, गुरूपलिया और टिकरिया गांव में 3 बच्चों, 4 मई को मासूमपुर और बुढ़ानापुर गांव में एक-एक बच्चे और इससे पहले नवम्बर से पिछली 27 अप्रैल तक सरैंया मल्हुई, गोविन्दा सरांय, गुरपलिया, खुरेहटा, बद्रीखेड़ा, नेवादा और रहीमाबाद में कुल 8 बच्चों की मौत हो गई है। साथ ही कुत्तों के हमले में 6 अन्य बच्चे गम्भीर रूप से घायल हुए हैं।
उन्होंने बताया कि तहसील सदर सीतापुर में राजस्व, पुलिस, पशुपालन विभाग, वन विभाग के 4-4 व्यक्तियों की प्रभावित ग्रामवार 4 टीमें गठित की गई हैं, जो स्थानीय व्यक्तियों के साथ मिलकर जनमानस को जागरूक करने के साथ-साथ कुत्तों को पकड़ने का कार्य कर रहे हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि आदमखोर कुत्ते ग्रामीण क्षेत्रों और सुदूर इलाकों में बच्चों को अकेला पाकर उन पर अचानक हमला कर रहे हैं। कुत्तों की संख्या काफी अधिक होने और उनका कोई निश्चित ठिकाना न होने के कारण रोकथाम में कठिनाई महसूस की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि जिला प्रशासन के अधिकारी, पुलिस विभाग, वन विभाग, पशु चिकित्सा विभाग, नगर पालिका तथा नगर पंचायत के अधिकारियों व कर्मचारियों की संयुक्त टीम बनाकर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करें। साथ ही, लखनऊ व बरेली से विशेषज्ञों की टीम बुलाकर इस सम्बन्ध में जांच करवाई जाए। उन्होंने बेसिक शिक्षा विभाग एवं प्रबन्धकों से वार्ता करके स्कूली बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि भारतीय जीव-जन्तु कल्याण बोर्ड,एसपीसीए एवं अन्य संस्थाओं को भी स्थिति का आकलन करने के लिए सीतापुर जनपद में आमंत्रित करके उनके सुझावों पर अमल किया जाए।
मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को प्रभावित थानाक्षेत्र एवं समीपवर्ती गांवों में प्रधान कोटेदार/लेखपाल/कान्सटेबल तथा अन्य ग्रामवासियों की टीम गठित करके खूंखार कुत्तों से बच्चों की निगरानी व सुरक्षा किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि टीमें विशेष रूप से प्रात: के समय भ्रमणशील रहकर निरन्तर ऐसे कुत्तों के चिन्हांकन व उनसे बचाव के हर सम्भव प्रयास सुनिश्चित करें। गौरतलब है कि जनपद सीतापुर के खैराबाद थाना क्षेत्र में खूंखार कुत्तों द्वारा माह नवम्बर से मई, 2018 तक 12 बच्चों को शिकार बनाया गया है।