Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 19 Jun, 2020 05:35 PM
राजधानी लखनऊ के केजीएमयू में लापरवाही का आरोप लगाकर गुरुवार को सीनियर डॉक्टर भूपेंद्र सिंह से अभद्रता की गई। इस दौरान तीमारदारों ने जमकर बवाल काटा। वहीं बचाव के लिए आए डॉक्टर धर्मेंद्र को दौड़ा लिया गया, जिसके चलते उनके हाथ की हड्डी...
लखनऊः राजधानी लखनऊ के केजीएमयू में लापरवाही का आरोप लगाकर गुरुवार को सीनियर डॉक्टर भूपेंद्र सिंह से अभद्रता की गई। इस दौरान तीमारदारों ने जमकर बवाल काटा। वहीं बचाव के लिए आए डॉक्टर धर्मेंद्र को दौड़ा लिया गया, जिसके चलते उनके हाथ की हड्डी टूट गई। इस पूरे बवाल की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी 2 तीमारदारों को हिरासत में ले लिया है।
बताया जा रहा है कि ब्लड कैंसर से पीड़ित आलमबाग निवासी युवक को उसके घरवाले केजीएमयू के हीमेटोलॉजी विभाग लेकर आए। भर्ती से पहले डॉक्टरों ने मरीज की कई जांचें कराई, जिसमें ब्लड कैंसर की पुष्टि हुई। मरीज को सोमवार को शताब्दी अस्पताल के चौथे तल स्थित हीमेटोलॉजी विभाग में भर्ती किया गया। डॉक्टरों ने परिजनों से बताया कि मरीज के इलाज के लिए उसका बोनमैरो ट्रांसप्लांट करना ही अंतिम विकल्प होगा।
वहीं बीते गुरुवार को मरीज को सही इलाज न मिलने का आरोप लगाकर डॉक्टरों के साथ अभद्रता की। विवाद इतना बढ़ गया कि मरीज के परिवार की एक महिला ने सीनियर रेजीडेंट डॉ. भूपेंद्र सिंह को पकड़ा और 3 अन्य लोगों ने उनसे धक्का-मुक्की शुरू कर दी। इस दौरान बीच बचाव करने आए डॉकटर धर्मेंद्र की परिजनों की पिटाई कर दी। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने दो तीमारदारों को हिरासत में ले लिया है।
मरीज को बताया जा चुका था कि ब्लड कैंसर के इलाज के लिए बोन मैरो ट्रांसप्लांट करना ही होगा, लेकिन वह इसके लिए राजी नहीं थे। मरीज को लगातार खून चढ़ाया जा रहा था, लेकिन उसका हीमोग्लोबिन पांच से अधिक नहीं हो रहा था। घरवालों का पता था कि मरीज की हालत गंभीर है इसके बावजूद वह इलाज में लापरवाही को लेकर बहस कर रहे थे।