Edited By Umakant yadav,Updated: 06 Sep, 2020 06:06 PM
उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले में कोरोना जांच के लिए सर्वे किट (पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर) की खरीदारी में भ्रष्टाचार का मामला तूल पकड़ता ही जा रहा है। भाजपा विधायक ने डीएम की सफाई के बाद फिर...
सुलतानपुर: उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले में कोरोना जांच के लिए सर्वे किट (पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर) की खरीदारी में भ्रष्टाचार का मामला तूल पकड़ता ही जा रहा है। भाजपा विधायक ने डीएम की सफाई के बाद फिर कुछ सवाल खड़े कर दिये हैं। मामले को आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी का भी समर्थन मिल गया है, जिससे सुलतानपुर जिलाधिकारी की मुश्किलें बढ़ती ही दिख रही हैं।
जिले की लंभुआ विधानसभा सीट से विधायक देवमणि द्विवेदी ने पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर के भुगतान में ज्यादा वसूली किये जाने के आरोप पर जिलाधिकारी सी इंदुमति की सफाई के बाद फिर से सवाल खड़े किये हैं। उन्होंने कहा ‘‘2800 रूपये का शासनादेश 24 जुलाई को सुलतानपुर आया है। अब 24 जुलाई से 17 अगस्त 2020 के बीच भी भुगतान के लिए हाई रेट का टोगल लगाया गया। यह अधिक रेट का टोगल सुलतानपुर में हो या इस बहाने उत्तर प्रदेश के किसी अन्य जिले में हो, सबको रिफंड होना पड़ेगा। क्योंकि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जीरो टॉरलेन्स यानी भ्रष्टाचार मुक्त पर काम कर रही हैं। भ्रष्टाचार व गुंडागर्दी के विरोध में ही योगी सरकार बनी है।''
विधायक से किये गए सवाल कि डीएम ने सफाई में कहा ‘‘ सारी खरीद-फरोख़्त शासनादेश के हिसाब से हुई है, विधायक का आरोप गलत और दुर्घटनापूर्ण है।'' विधायक देवमणि द्विवेदी ने कहा कि जाँच चल रही है, सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा। उधर, कोविड-19 की जांच सामग्री की खरीद में जिलाधिकारी पर भ्रष्टाचार का मामला वायरल होते ही विपक्ष ने हाथों-हाथ ले लिया है।
आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी व सुलतानपुर निवासी संजय सिंह ने इस बहाने भ्रष्टाचार पर योगी सरकार को घेरने का प्रयास किया है। इसी तरह सुलतानपुर सदर से समाजवादी सुलतानपुर के विधायक रहे अनूप संडा ने कहा कि योगी सरकार अफसरों के माध्यम से प्रदेश में जनता की गाढ़ी कमाई को लूट रही है। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यशैली पर भी प्रश्न खड़े किये।