Edited By Ruby,Updated: 18 Jul, 2018 11:15 AM
उत्तर प्रदेश सरकार बुन्देलखण्ड एवं विंध्य क्षेत्र में पहली बार कृत्रिम वर्षा कराने की तैयारी कर रही है। सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया कि देश में पहली बार होने जा रही कृत्रिम बारिश पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित है तथा यह अन्य देशों की...
लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार बुन्देलखण्ड एवं विंध्य क्षेत्र में पहली बार कृत्रिम वर्षा कराने की तैयारी कर रही है। सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया कि देश में पहली बार होने जा रही कृत्रिम बारिश पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित है तथा यह अन्य देशों की अपेक्षा काफी सस्ती है। इसका प्रयोग बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में किया जाएगा।
सिंह ने बताया कि अभी तक अमेरिका, इजराइल, चीन, दक्षिण अफ्रीका के आसपास के क्षेत्रों एवं कुछ अरब के देशों में भी कृत्रिम बारिस कराई जाती रही है, लेकिन वहां की तकनीक काफी मंहगी है। उन्होंने बताया कि आई.आई.टी. कानपुर द्वारा तैयार तकनीक न सिर्फ भौगोलिक एवं जरूरतों के अनुकूल है तथा काफी सस्ती भी है।
उन्होंने बताया कि पिछले दिनों आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों ने हमारे सामने कृत्रिम बारिश का प्रस्तुतीकरण किया था। अब इसको अन्तिम रूप दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बदलती हुई परिस्थितियों एवं मौसम में आने वाले परिवर्तन के कारण यह अत्यंत आवश्यक हो गया है।
सिंह ने कहा कि प्रयोग सफल रहने पर प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी जरूरत पडऩे पर इसे अपनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए सर्तक है तथा उनके हित के लिए जो भी आवश्यक होगा सरकार हर-संभव उपाय करेगी।