Edited By ,Updated: 31 Dec, 2015 09:07 PM
यू.पी. के पुलिस महानिदेशक जगमोहन यादव गुरुवार को सेवानिवृत्त हो गए। रैतिक परेड की सलामी लेने के बाद आखिरी बार पुलिसकर्मियों को संबोधित किया। पुलिस महकमे के कर्मचारियों की जमकर तारीफ की, लेकिन अधिकारियों को काम में सुधार लाने की हिदायत दी।
लखनऊ (नासिर): यू.पी. के पुलिस महानिदेशक जगमोहन यादव गुरुवार को सेवानिवृत्त हो गए। रैतिक परेड की सलामी लेने के बाद आखिरी बार पुलिसकर्मियों को संबोधित किया। पुलिस महकमे के कर्मचारियों की जमकर तारीफ की, लेकिन अधिकारियों को काम में सुधार लाने की हिदायत दी। 32 साल की सेवा में सहयोग देने वाले सभी लोगों को धन्यवाद कहते हुए उन्होंने अपनी एक अधूरी ख्वाहिश का भी जिक्र किया।
जगमोहन यादव इससे पहले अपर पुलिस महानिदेशक सी.बी.सी.आई.डी., अपर पुलिस महानिदेशक कारागार, अपर पुलिस महानिदेशक तकनीकी सेवाएं, अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था जैसे पदों पर रह चुके हैं। वह कानपुर, इलाहाबाद, सहारनपुर जैसे आधा दर्जन जिलों में पुलिस कप्तान भी रह चुके हैं। उनको रिजर्व पुलिस लाइन में भावभीनी परेड के साथ विदाई दी गई। डी.जी.पी. ने परेड की सलामी ली। परेड की कमांङ्क्षडग एस.एस.पी. राजेश पांडेय ने की अपने संबोधन के दौरान डी.जी.पी. भावुक हो गए।
अपने भाषण के दौरान जगमोहन यादव ने कहा, ''जब मैं डीजीपी बना तो मुझे पता था कि मेरे पास महज 180 दिन ही हैं। मेरे कार्यकाल की सबसे बड़ी जिम्मदारी पंचायत चुनाव और त्यौहार थे। इन्हें कुशलता से निपटाना बड़ी चुनौती थी। लेकिन हमारे जवानों ने इसमें सफलता पाई। चुनाव के दौरान जहां-जहां हिंसा हुई वहां लीडरशिप की कमजोरी के कारण दिक्कत हुई।''
जगमोहन यादव ने कहा, ''पुलिस के अधिकारी जनता से जुड़ें इससे पुलिस को बहुत फायदा होगा। जनता के मन में पुलिस के प्रति रोष है, क्योकि उन्हें थाना स्तर पर मदद नहीं मिलती। पुलिस विभाग में प्रमोशन बहुत समय से रुके थे, वह जनवरी से शुरू हो जाएंगे।''
डीडीपी ने आखिरी में कहा, ''32 साल के अच्छे-बुरे अनुभव के दौरान जिन लोगों ने हमारे साथ गुजारे हैं। अगर इस सेवाकाल के बीच किसी को कष्ट हुआ हो तो मैं क्षमा चाहता हूं। सभी को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं, सभी सुखी रहें। सभी पुलिसकर्मी यूपी पुलिस का गौरव बढ़ाएं रखें। रिटायर हुए अधिकारियों का भी करें। रिटायरमेंट के बाद हमें कॉल बैक जरूर करें।''