Edited By Deepika Rajput,Updated: 03 Jul, 2018 03:39 PM
लखनऊ में 21 जून को हुए संस्कृति हत्याकांड के 10 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस मुजरिमों तक पहुंचने में असफल है, जिससे नाराज पीड़ित परिवार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। इसी बीच सपा प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक संस्कृति के परिजनों को हौंसला देने पहुंची। इस...
लखनऊः लखनऊ में 21 जून को हुए संस्कृति हत्याकांड के 10 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस मुजरिमों तक पहुंचने में असफल है, जिससे नाराज पीड़ित परिवार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। इसी बीच सपा प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक संस्कृति के परिजनों को हौंसला देने पहुंची। इस दौरान उन्होंने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला।
पंखुड़ी पाठक ने कहा कि संस्कृति के साथ हुई घटना से पूरा प्रदेश विचलित महसूस कर रहा है। यह इस तरह की घटना है जिससे हर मां-बाप आज सोचने को मजबूर हो गया है। जितने भी लोग अपनी बेटियों को पढ़ने बाहर भेज रहे हैं उन सब के मन में सवाल आ रहा होगा कि क्या हम अपनी बेटी को बाहर भेज सकते हैं। संस्कृति के पिता ने बताया कि जो बड़ी बेटी है उसके भी मन में भी आज एक डर है।
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ बेटियों को बाहर भेजने की बात नहीं है। रागिनी की तो घर के बाहर हत्या कर दी गई थी। एेसे में सवाल यह उठता है कि क्या बेटियां कहीं भी सुरक्षित हैं। बाहर भेज रहे हैं वहां सुरक्षित नहीं है। घर से स्कूल पढ़ने भेज रहे हैं वहां सुरक्षित नहीं है, तो क्या अब हम लड़कियों को घर में बंद करके रखें।
सरकार पर हमलवार होते हुए उन्होंने कहा कि वैसे तो सब 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' की बात करते हैं, लेकिन बेटी के घर से निकलते ही मां-बाप आज डर में हैं। एेसे में किस तरह से बेटी को पढ़ाया जाए ये तो सरकार ही हमें बेहतर तरीके से बता सकती है।
बता दें कि, बलिया की रहने वाली संस्कृति लखनऊ से पॉलिटेक्निक कर रही थी। 21 जून की रात वह घर से बलिया आने के लिए रेलवे स्टेशन निकली। लेकिन 22 जून को लखनऊ के गाजीपुर थाना अंतर्गत मड़ियांव इलाके में उसकी लाश मिली।