Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 08 Jun, 2019 05:12 PM
उत्तर प्रदेश के बरेली में सुन्नी मुसलमानों के सबसे बड़े मरकज (केंद्र) दरगाह आला हजरत का अंदरूनी विवाद पहली बार खुलकर सामने आया है। दरगाह के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा खां के चाचा उस्मान रजा खां उफर् अंजुम मियां ने शुक्रवार देर रात कोतवाली में...
बरेलीः उत्तर प्रदेश के बरेली में सुन्नी मुसलमानों के सबसे बड़े मरकज (केंद्र) दरगाह आला हजरत का अंदरूनी विवाद पहली बार खुलकर सामने आया है। दरगाह के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा खां के चाचा उस्मान रजा खां उर्फ अंजुम मियां ने शुक्रवार देर रात कोतवाली में सज्जादानशीन से जान का खतरा बताते हुए उन समेत 250 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
इससे पहले सज्जादानशीन अहसन रजा खां ने चाचा उस्मान रजा खां उफर् अंजुम मियां और शीरान रजा खां पर मुकदमा दर्ज कराया था। उनका आरोप था कि दोनों ने घर में घुसकर तोड़फोड़ और मारपीट की। जान से मारने की धमकी भी दी। उस्मान रजा खां उफर् अंजुम मियां ने कोतवाली पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि अहसन रजा खां उनके सगे भतीजे हैं।
दो जून को उन्होंने अभद्र भाषा का प्रयोग करके उन्हें एवं उनके पुत्र शीरान रजा खां को मस्जिद में मौजूद तमाम लोगों के सामने अपमानित किया था। बाद में झूठी घटना दिखाकर उनके पुत्र शीरान रजा के खिलाफ रिपोटर् दर्ज करा दी। इसके बाद से ही अहसन रजा खां व उनके साथी मस्जिद में आते-जाते समय उन्हें व उनके पुत्रों को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
सज्जादानशीन की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने शीरान और उनके पिता उस्मान रजा खां उफर् अंजुम मियां के विरुद्ध मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया था । हालांकि, शीरान के पिता ने घटना से इन्कार करते हुए आरोपों पर अफसोस जताया है।