Edited By Ruby,Updated: 08 Apr, 2018 07:23 PM
दलित संगठनों के 2 अप्रैल को हुए हिंसक प्रदर्शन और भाजपा के कुछ दलित सांसदों की प्रधानमंत्री को लिखे नाराजगी भरी चिट्ठी के बीच उत्तर प्रदेश में इस बार 14 अप्रैल को अंबेडकर जयन्ती ‘‘पदोन्नति बिल पास कराओ आरक्षण बचाओ दिवस के रुप में मनाई जाएगी। दलित...
लखनऊः दलित संगठनों के 2 अप्रैल को हुए हिंसक प्रदर्शन और भाजपा के कुछ दलित सांसदों की प्रधानमंत्री को लिखे नाराजगी भरी चिट्ठी के बीच उत्तर प्रदेश में इस बार 14 अप्रैल को अंबेडकर जयन्ती ‘‘पदोन्नति बिल पास कराओ आरक्षण बचाओ दिवस के रुप में मनाई जाएगी। दलित संगठनों ने इस बार दो दिन जयन्ती मनाने की घोषणा की है। संगठनों का दावा है कि राज्य के करीब आठ लाख आरक्षण समर्थक कर्मचारी इस जयन्ती को‘आरक्षण बचाओ दिवस के रुप में मनाएंगे।
संघर्ष समिति बाबा साहब की 127वीं जयन्ती पर पूरे प्रदेश में भव्य आयोजन, लखनऊ में पूड़ी व मिष्ठान वितरण के साथ देश के माने जाने लोकगीत गायकों द्वारा डॉ.अंबेडकर के संबन्ध में गीत गाए जाएंगे। आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति, के संयोजक मण्डल की प्रान्तीय कार्य समिति की बैठक में 14 अप्रैल को डॉ.अंबेडकर की 127वीं जयन्ती को प्रदेश के आठ लाख आरक्षण समर्थक आरक्षण बचाने की शपथ लेंगे। समिति ने कहा कि जयन्ती की पूर्व संध्या पर सभी जिला मुख्यालयों पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
आयोजनों में देश के बहुजन लोकगीत गायक राम निवास पासवान व सागर जौनपुरी की टीम द्वारा बाबा साहब पर गीत गाए जाएंगे। उधर, जयन्ती पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती लखनऊ के हजरतगंज चौराहे पर स्थित डॉ.अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अंबेडकर पार्क में लोगों को संबोधित करेंगी। हजरतगंज चौराहे और अंबेडकर पार्क में मेला लगेगा। स्टाल लगाये जाएंगे। स्टाल पर बाबा साहेब से संबधित पुस्तकें और पत्रिकाएं मिलेंगी।