Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 08 Mar, 2020 12:52 PM
प्रदेश सरकार ने किसानों सख्त रूख अपनाते हुए बहुत से किसानों के ऊपर पराली जलाने के कारण उनके ऊपर केस दर्ज किया था। किसानों के ऊपर भारी जुर्माना भी लगाया था।
लखनऊ: प्रदेश सरकार ने किसानों सख्त रूख अपनाते हुए बहुत से किसानों के ऊपर पराली जलाने के कारण उनके ऊपर केस दर्ज किया था। किसानों के ऊपर भारी जुर्माना भी लगाया था। लेकिन शुक्रवार व शनिवार को हुई बारिश और ओलावृष्टि से उत्तर प्रदेश के 17 जिलों में करीब साढ़े तीन लाख किसानों की कुल 1,77,184.59 हेक्टेयर फसलों का नुकसान हुआ है। इन किसानों का दर्द कौन समझ सकता है।
किसानों के हक की बात तो सब करते है लेकिन अब तीन दिनों से लगातार भारी बारिश से किसानों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई है। राहत आयुक्त संजय गोयल के मुताबिक कुछ जिलों में फसलों को भारी नुकसान हुआ है। इसके लिए 15 जिलों में जालौन को 106.40 लाख, सीतापुर 37.20 लाख, सोनभद्र 36 लाख, आगरा 1377.54 लाख, फतेहपुर 5.87 लाख रुपये दिए गए हैं। झांसी 4.5 लाख, फर्रुखाबाद 1.38 लाख, कानपुर देहात 174.89 लाख, औरैया 104.42 लाख दिए गए हैं। फिरोजाबाद, मथुरा, अलीगढ़, हाथरस, झांसी व उन्नाव को 20-20 लाख रुपये दिए गए हैं।
राज्य में बारिश व ओलावृष्टि से 17 जिलों में 3,45,786 किसानों की कुल 1,77,184.59 हेक्टेयर फसलें प्रभावित हुई हैं। पांच जिलों फर्रुखाबाद, कानपुर देहात, औरैया, आगरा व फतेहपुर में 12381.77 हेक्टेयर क्षेत्र में 33 प्रतिशत से अधिक फसलों का नुकसान हुआ है। फसल नुकसान के आधार पर 41,357 किसानों को 1668.60 लाख रुपये की कृषि निवेश अनुदान राशि देय है। पीड़ित किसानों को कृषि निवेश अनुदान राशि बांटने की कार्रवाई की जा रही है। इस राशि से किसानों को किताना लाभ होगा। अब तो यह किसान ही समझ सकता है।