Edited By Ajay kumar,Updated: 15 Apr, 2020 04:13 PM
जनपद से शर्मशार कर देने वाली घटना सामने आई है जहां कोरोना संदिग्ध को लेने पहुंची मेडिकल टीम पर लोगों ने पथराव शुरू कर दिया।
मुरादाबाद: जनपद से शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। जहां कोरोना संदिग्ध को लेने पहुंची मेडिकल टीम पर लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। जिससे एंबुलेंस और पुलिस की दो गाडिय़ों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं है। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन पत्थरबाजों ने एक न सुनी। हमले में कई पुलिसकर्मी एवं डॉक्टर घायल हो गये हैं।
स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि जब वे लोग कोरोना संदिग्ध को लेने पहुंचे तो आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। इन लोगों का कहना था कि कोरेंटाइन में लोगों को खाना नहीं दिया जा रहा है। मौके पर 4 पुलिसकर्मी उन्हें समझाने के लिए पहुंचे। इस बीच भीड़ भड़क गई और उन्होंने पथराव शुरू कर दिया।
बता दें कि सोमवार देर रात तीर्थांकर मेडिकल यूनिवर्सिटी में तबलीगी जमात में शामिल हुए एक 49 वर्षीय कोरोना संक्रमित की मौत हो गई थी। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम बुधवार को उसके परिवार के अन्य सदस्यों को क्वारेंटाइन करने के लिए पहुंची थी। जब टीम परिवार के लोगों को लेकर जा रही थी, तभी आस-पास के लोग इकट्ठा हो गए और कहने लगे कि क्वारेंटाइन सेंटर में खाना नहीं दिया जा रहा है। इसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। इस पथराव में एम्बुलेंस और पुलिस की दो गाडिय़ां क्षतिग्रस्त हो गई।
आरोपियों पर एनएसए के तहत कार्रवाई होगी- योगी
पुलिस औरङ एवाएथ्य विभाग की टीम पर पत्थरबाजी से नाराज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ये जघन्य अपराध है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि समाज पूरी तरह से सहयोग कर रहा है, लेकिन कुछ लोग अफ़वाह के चक्कर में ऐसी हरकतें कर रहे हैं। आरोपियों की शिनाख्त कर रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी।