बड़ी खबरः भारत में शुरू हुआ ऑक्सफोर्ड वैक्सीन का आखिरी ह्यूमन ट्रायल

Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 24 Sep, 2020 05:20 PM

corona oxford vaccine s last human trial started in india

कोरोना सभी देशों में तेजी से फैलता जा रहा है। ऐसे में इससे बचने के लिए वैज्ञानिकों द्वारा वैक्सीन बनाने की खोज जारी है। ऐसे में इस पर कई वैक्सीन बनी और उनका ट्रायल भी किया जा रहा है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा बनाई गई वैक्सीन का तो दुनिया भर...

यूुपी डेस्कः कोरोना सभी देशों में तेजी से फैलता जा रहा है। ऐसे में इससे बचने के लिए वैज्ञानिकों द्वारा वैक्सीन बनाने की खोज जारी है। ऐसे में इस पर कई वैक्सीन बनी और उनका ट्रायल भी किया जा रहा है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा बनाई गई वैक्सीन का तो दुनिया भर के लोग इंतजार कर रहें हैं। मगर इसे इस्तेमाल करने से पहले इसके साइड इफेक्ट्स को देखने के लिए इसका ह्यूमन ट्रायल बेहद जरूरी है। बता दें, इस वैक्सीन को बनाने का काम भारत के पुणे शहर के सीरम इंस्टिट्यूट में किया गया है। इस वैक्सीन को 'कोविशील्ड'  नाम दिया जाएगा। इसी वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल को लेकर कहा गया है कि चंडीगढ़ के पीजीआई अस्पताल में इस वैक्सीन के अंतिम चरण के ट्रायल प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यहां हम आपको बता दें कि इस वैक्सीन के ट्रायल के लिए कुल 17 संस्थानों को चुना गया है जिनमें से ही चंडीगढ़ का पीजीआई एक है। 

डाटा सेफ्टी एंड मॉनिटरिंग बोर्ड, नई दिल्ली से वैक्सीन के लिए मंजूरी मिलने पर चंडीगढ़ के पीजीआई में इसका ह्यूमन ट्रायल का काम शुरू किया गया है। यह ट्रायल तीसरा यानि आखिरी चरण का होगा। इसमें सबसे पहले व्यक्ति की जांच की गई है कि वह इस ट्रायल के लिए पूरी तरह से सेहतमंद है या नहीं।

nari,PunjabKesari
कुल 3 डोज में दी जाएगी वैक्सीन
कहा गया है कि, वीरवार या शुक्रवार को इस वैक्सीन की पहली डोज वॉलंटियर्स को दी जाएगी। खबरों के मुताबिक 15 दिन में इस डोज का रिजल्ट देखने को मिलेगा। फिर करीब 29 दिनों के इंतजार के बाद इस वैक्सीन की दूसरी डोज देेने की मंजूरी मिलेगी। बता दें, इस ट्रायल में करीब 400 लोगों पर यह वैक्सीन ट्राई की जाएगी। 

ट्रायल से पहले वॉलंटियर्स की गई स्क्रीनिंग
पीजीआई की ओर से इस वैक्सीन को चैक करने के लिए पहले कुल 10 वॉलंटियर्स की स्क्रीनिंग की गई है। ताकि उनकी सेहत के बारे में ठीक से पता लगाया जा सके। जिन भी लोगों इसका ट्रायल होगा उनमें इसका असर देखने के लिए रिसर्च की जाएगी। कहा जा रहा है कि वॉलंटियर्स को चुनने व उनको डोड देने का काम एक साथ ही किया जाएगा।

पहले होगा कोरोना टेस्ट
एक्सपर्ट्स के मुताबिक,  इन लोगों का पहले कोरोना टेस्ट किया जाएगा। उसके बाद ही इन्हें इस वैक्सीन की डोज दी जाएगी। साथ ही जिन्हें यह डोज दी जाएगी, उनसब को करीब 6 महीने के बाद जांच के लिए बुलाया जाएगा। 

nari,PunjabKesari
18 साल से अधिक लोगों पर होगा ट्रायल 
इस ट्रायल के लिए कुछ बातों का ध्यान रख कर ही किसी पर यह टेस्ट किया जाएगा। बता दें, इस वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल उन लोगों पर किया जाएगा, जो लोग 18 की उम्र को पार कर चुके हैं। इस बात को भी देखा जाएगा कि उनके परिवार में किसी को भी कोरोना वायरस न हुआ हो। साथ ही वॉलंटियर्स पूरी तरह से सेहतमंद हो। चंडीगढ़ के पीजीआई अस्पताल में जिन 250 लोगों परइस वैक्सीन का ट्रायल होगा, उन सभी का पहले कोरोना व मेडिकल टेस्ट किया जाएगा। 

बता दें, कि पिछले कुछ दिनों में ट्रायल के दौरान 1 वॉलंटियर की तबीयत खराब होने पर अंतिम पड़ाव के ट्रायल को रोकना पड़ा था। इसके बाद ब्रिटेन की 'मेडिसिंस हेल्थ रेगुलेटरी अथॉरिटी' ने इस प्रक्रिया की जांच कर वैक्सीन को सही बताया था। अब इस वैक्सीन का आखिरी चरण का ट्रायल किया जा रहा है। 

nari,PunjabKesari
भारत बायोटेक कंपनी ने सेंट लुइस के साथ किया समझौता
दुनियाभर में इसकी वैक्सीन बनाने के पीछे शोध चल रहें हैं। ऐसे में ही भारत बायोटेक कंपनी ने सेंट लुइस में वॉशिंगटन विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मेडिसिन के साथ इस वैक्सीन को बनाने के लेकर एक लाइसेंसिंग पार्टनरशिप कर ली है। इस वैक्सीन के शोधकर्ताओं का कहना है कि नाक के जरिए दी जाने वावी यह डोज इम्यूनिटी बढा़ने में ज्यादा कारिगर साबित होती है। 

 

Related Story

Trending Topics

India

397/4

50.0

New Zealand

327/10

48.5

India win by 70 runs

RR 7.94
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!