Edited By Anil Kapoor,Updated: 30 Dec, 2020 03:10 PM
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में कोरोना संक्रमण के चलते 9 माह से परिषदीय स्कूल बंद चल रहे हैं। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित ना हो इसके लिए ऑनलाइन पढ़ाई के लिए दीक्षा एप को एक विकल्प के तौर पर तैयार किया गया, लेकिन हैरानी की बात यह है कि....
फर्रुखाबाद(दिलीप कटियार): उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में कोरोना संक्रमण के चलते 9 माह से परिषदीय स्कूल बंद चल रहे हैं। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित ना हो इसके लिए ऑनलाइन पढ़ाई के लिए दीक्षा एप को एक विकल्प के तौर पर तैयार किया गया, लेकिन हैरानी की बात यह है कि परिषदीय विद्यालयों के 1.96 लाख बच्चों में सिर्फ 12774 के पास ही दीक्षा एप डाउनलोड है,जबकि शिक्षकों को 10-10 छात्रों के अभिभावकों को एप अपलोड कराने का लक्ष्य भी दिया गया था।
जानकारी मुताबिक कोरोना संकट के बाद भी ऑनलाइन पढ़ाई का सिलसिला जारी रहने वाला है। नई शिक्षा नीति के तहत अब पूरे साल होने वाली पढ़ाई के सिलेबस का 25 फीसदी हिस्सा ऑनलाइन ही पढ़ाया जाएगा, वहीं ऑनलाइन टेस्ट की भी व्यवस्था होगी। यही वजह है कि स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई को बढ़ावा देने पर जोर है, लेकिन इसके बावजूद फर्रुखाबाद जिला दीक्षा एप डाउनलोड में प्रदेश में नंबर वन बना हुआ है।
बता दें कि राज्य परियोजना निदेशालय की रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक शिक्षकों ने कुल 12774 छात्रों को ही दीक्षा एप डाउनलोड करा सके हैं, जबकि जिले में पंजीकृत छात्र 1.96 लाख और शिक्षकों की संख्या 5,680 है. राज्य परियोजना निदेशालय की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में जिला फर्रुखाबाद दीक्षा एप डाउनलोड के मामले में नंबर वन बना हुआ है।
ऑफलाइन मोड में भी काम करता है दीक्षा एप
केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने दीक्षा (डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर फॉर नॉलेज शेयरिंग) एप विकसित किया है। इसमें अंग्रेजी, हिंदी, संस्कृत, गणित, विज्ञान, पर्यावरण अध्ययन, इतिहास, नागरिक शास्त्र, भूगोल आदि विषयों की पुस्तकें हैं। एक बार अपने मोबाइल में डाउनलोड करने के बाद दीक्षा एप पूरी तरह से ऑफलाइन इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें करीब 5000 ऐसे वीडियो हैं, जिनके माध्यम से छात्र खेल-खेल और कहानी के जरिए पाठ्य सामग्री पढ़ सकते हैं।