Edited By Ruby,Updated: 31 Aug, 2018 06:26 PM
उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बुधवार को दिए गए बयान को लेकर कांग्रेस के सदस्यों ने लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी सदन की कार्यवाही में काली पट्टी बांध कर विरोध जताया। प्रश्नकाल के दौरान काली पट्टी बांधे...
लखनऊः उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बुधवार को दिए गए बयान को लेकर कांग्रेस के सदस्यों ने लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी सदन की कार्यवाही में काली पट्टी बांध कर विरोध जताया।
प्रश्नकाल के दौरान काली पट्टी बांधे कांग्रेस विधायक दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि विपक्षी दलों के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की असंसदीय टिप्पणी को जब तक सदन की कार्यवाही से बाहर नहीं कर दिया जाता, उनकी पार्टी का विरोध जारी रहेगा।
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने इस मामले में अपना फैसला सुरक्षित रखा है। इस बारे में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि सदन में सदस्य काली पट्टी बांध कर आ रहे हैं। पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान हमे‘चिंपाजी’और वनमानुष तक कहा गया था लेकिन हमने कभी इसका विरोध नहीं किया और ना ही हम सदन में काली पट्टी बांध कर आये।
विपक्ष के नेता रामगोविंद चौधरी ने कहा कि सदन के नेता का वक्तव्य असंसदीय था और इससे पहले कभी भी सदन में इस तरह की अभद्र भाषा का प्रयोग किसी नेता ने नही किया। गौरतलब है कि बुधवार को अनुपूरक बजट को लेकर सरकार का पक्ष रखने के दौरान विपक्ष के वाकआउट से खफा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष को लेकर सांप और नेवला का उदाहरण दिया था जिसे लेकर गुरूवार को विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा किया था और मुख्यमंत्री के बयान को सदन की कार्यवाही से हटाने की मांग पर बांह पर काली पट्टी बांधी थी।