Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 04 Jul, 2021 06:14 PM
उत्तर प्रदेश के सेमीफाइनल कहे जाने वाले जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के बाद अब अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सरगर्मी बढ़ती जा
नयी दिल्ली/लखनऊः उत्तर प्रदेश के सेमीफाइनल कहे जाने वाले जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के बाद अब अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सरगर्मी बढ़ती जा रही है। सभी दल अपने बैकग्राउंड मजबूत करने में जुट गए हैं। ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि पार्टी समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के किसी भी बड़े दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। साथ ही कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने रविवार को बताया कि उनकी पार्टी अपने दम पर अगली सरकार बनाएगी।
लल्लू ने कहा कि कांग्रेस अगले साल उत्तर प्रदेश विधानससभा का चुनाव प्रियंका गांधी वाद्रा की ‘देख-रेख' में लड़ेगी और कहा कि उनके नेतृत्व में पार्टी करीब तीन दशक बाद राज्य की सत्ता में वापसी करेगी। लल्लू ने कहा कि कांग्रेस “दमनकारी'' प्रदेश सरकार को मुख्य चुनौती देने वाली पार्टी के तौर पर उभरी है और दावा किया कि 403 सदस्यीय विधानसभा में महज पांच विधायकों के साथ उनकी पार्टी 49 विधायकों वाली सपा से ज्यादा प्रभावी विपक्ष के रूप में साबित हुई है।
उन्होंने राज्य में “बदलाव की हवा” चलने का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘बदलाव की आंधी है, जिसका नाम प्रियंका गांधी है।” प्रदेश कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि प्रियंका गांधी के नेतृत्व में राज्य में विभिन्न स्तरों पर कांग्रेस संगठन मजबूत हुआ है। उत्तर प्रदेश चुनावों के लिए क्या पार्टी को प्रियंका गांधी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं बनाना चाहिए, यह पूछने पर लल्लू ने कहा कि मुख्यमंत्री पद के लिए किसे चेहरा बनाया जाएगा, इसका फैसला पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व करेगा। चुनावी जंग में प्रियंका गांधी को चेहरा बनाए जाने के सवाल पर लल्लू ने कहा कि वह राज्य की प्रभारी हैं और चुनाव उनकी देखरेख में लड़ा जाएगा।