Edited By Ajay kumar,Updated: 05 Jan, 2020 09:39 AM
विपक्षी दलों पर उत्तर प्रदेश में हिंसा भड़काने का आरोप लगाते हुये ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि कांग्रेस अतिवादी और हिंसा में लिप्त संगठनों का बचाव कर रही है जिससे पता चलता है कि उसका हाथ साफ तौर पर दंगाइयों के साथ है।
लखनऊ : विपक्षी दलों पर उत्तर प्रदेश में हिंसा भड़काने का आरोप लगाते हुये ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि कांग्रेस अतिवादी और हिंसा में लिप्त संगठनों का बचाव कर रही है जिससे पता चलता है कि उसका हाथ साफ तौर पर दंगाइयों के साथ है।
शर्मा ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पाटर्ी (बसपा) ने अफवाह गैंग के साथ मिलकर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के बारे में भ्रम फैलाने का काम किया। उसके बाद पीएफआई जैसे अतिवादी संगठन ने सुसंगठित तरीके से यूपी को हिंसा और दंगे की आग में झोंका। हिंसा करने वाले लोग प्रशिक्षित थे। सरकार के पास ऐसे पुख्ता सबूत हैं जो इसकी पुष्टि के साथ संगठन की संलिप्तता को भी साबित करते हैं। इस संगठन में ऐसे लोग शामिल हैं जो पहले प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिमी में रहे हैं।
उन्होने कहा कि सरकार ने ऐसे लोगों को चिह्नित किया है, जिन्होंने हिंसा फैलाई। सपा-बसपा और कांग्रेस ने हिंसा को अपना मूक समर्थन दिया। हिंसा में शामिल उपद्रवियों के खिलाफ कारर्वाई भी की जा रही है, लेकिन विपक्ष खासकर नकली गांधी ऐंड कंपनी के लोग दंगाइयों का महिमामंडन कर रहे हैं। उनके नेता दंगाइयों के घर जा रहे हैं और शांति की राह पर आगे बढ़ चले प्रदेश में फिर से अराजकता फैलाने का काम कर रहे हैं। यह स्थिति बहुत शर्मनाक है।
मंत्री ने कहा कि प्रदेश में विरोध करने की पूरी स्वतंत्रता है, लेकिन विरोध के नाम पर हिंसा और आगजनी करने का अधिकार किसी को नहीं है। हिंसा में शामिल लोगों पर कानून अपने हिसाब से कारर्वाई करेगा। विपक्ष को भी राजनीति करने का पूरा अधिकार है, लेकिन वह प्रदेश की 22 करोड़ जनता की सुरक्षा से खिलवाड़ न करे।