Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jan, 2018 05:34 PM
राष्ट्रीय लोकदल ने मंगलवार कहा कि देश और प्रदेश में किसान और नौजवान दोनों की स्थिति शोचनीय है। किसानों को अपनी फसल का सही मूल्य नहीं मिल रहा और नौजवान रोजगार.....
लखनऊः राष्ट्रीय लोकदल ने मंगलवार कहा कि देश और प्रदेश में किसान और नौजवान दोनों की स्थिति शोचनीय है। किसानों को अपनी फसल का सही मूल्य नहीं मिल रहा और नौजवान रोजगार से वंचित है।
रालोद महासचिव त्रिलोक त्यागी ने मंगलवार दावा किया कि देश के प्रधानमंत्री भारत की तुलना इज़राइल से करते हैं, जबकि वास्तविकता यह है कि इज़राइल में जितने किसान है उतने किसान प्रतिवर्ष आत्महत्याएं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में आलू किसान की बदहाली अधिक प्रासंगिक है क्योंकि पिछली सरकार ने आलू का रेट 487 रूपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया था जबकि लागत मूल्य लगभग 750 रूपए प्रति क्विंटल है। धान के क्रय केन्द्र केवल दिखावटी काम करते हैं। किसान को केवल 1200 रूपये प्रति क्विंटल मिल सका जबकि लागत मूल्य लगभग 4000 रूपए प्रति क्विंटल है।
राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि केन्द्र और प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकारें लघु एवं कुटीर उद्योगों की ओर बिलकुल ध्यान नहीं दे रही हैं। इस वक्त आवश्यकता है कि 25 लाख से लेकर 50 लाख तक बेरोजगार युवाओं को लघु एवं कुटीर उद्योगों का प्रशिक्षण देकर आर्थिक सहायता के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराया जाए। केवल इसी मार्ग के द्वारा देश और प्रदेश में अपराध पर लगाम लगेगी क्योंकि बेरोजगारी अपराध की जननी है।
त्यागी ने कहा कि गत 18 जनवरी को आगरा में जयंत चौधरी के नेतृत्व में लाखों आलू किसानों ने किसान महापंचायत करके योगी सरकार को जगाने का प्रयास किया। अब पुन: 29 जनवरी को बाराबंकी जनपद के कोटवा रोड पर किसान महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। यदि इसके बाद भी आलू किसानों के प्रति प्रदेश सरकार में चेतना नहीं आती है तो योगी जी का मठ और आवास दोनों आलू से राष्ट्रीय लोकदल भरवा देगा।