Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 02 Jun, 2019 03:07 PM
समाजवादी पार्टी सरकार के कार्यकाल 2012-13 के दौरान पशुधन प्रसार अफसरों की भर्ती में हुए घोटाले को लेकर योगी सरकार ने 6 अफसरों सस्पेंड किया है। इस मामले की एसआईटी जांच कर रही थी। जांच में पाया गया कि भर्ती में मनमाने तरीके से मानकों को दरकिनार किया...
लखनऊः समाजवादी पार्टी सरकार के कार्यकाल 2012-13 के दौरान पशुधन प्रसार अफसरों की भर्ती में हुए घोटाले को लेकर योगी सरकार ने 6 अफसरों सस्पेंड किया है। इस मामले की एसआईटी जांच कर रही थी। जांच में पाया गया कि भर्ती में मनमाने तरीके से मानकों को दरकिनार किया गया। जिसके चलते योगी सरकार ने कड़ी कार्रवाई करते हुए डायरेक्टर चरण सिंह यादव समेत 6 अफसर सस्पेंड कर दिया।
बता दें कि घोटाला सामने आने के बाद योगी सरकार ने 28 दिसंबर 2017 में एसआईटी से जांच करवाने के आदेश दिए थे। जांच के बाद एसआईटी टीम ने प्रशासन को रिपोर्ट भेज दी जिस पर कार्रवाई की गई है। प्रदेश भर में 1148 पशुधन प्रसार अधिकारियों की हुई भर्ती में अफसरों ने लिखित परीक्षा 100 की जगह 80 नंबरों की करवाई और 20 नंबर का इंटरव्यू रख दिया। जिसके सहारे मनपसंद अभ्यर्थियों को चुना गया।
उल्लेखनीय है कि यह भर्ती 2014 में प्रदेश के 17 मंडलों में हुई थी। भर्ती प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाते हुए कुछ अभ्यर्थी हाईकोर्ट गए थे। हाईकोर्ट ने पूरे मामले की जांच स्वतंत्र एजेंसी से कराने के निर्देश सरकार को दिए थे। सरकार ने एसआईटी को दिसंबर में यह जांच सौंपी। जिसके बाद इस घोटाले का एसआईटी ने पर्दाफाश किया।
इसी कड़ी में पशुपालन निदेशक निदेशक अशोक कुमार सिंह, बस्ती के अपर निदेशक जीसी द्विवेदी, लखनऊ मंडल के अपर निदेशक डॉक्टर हरिपाल, बरेली मंडल के अपर निदेशक एपी सिंह और अयोध्या अपर निदेशक अनूप श्रीवास्तव पर सस्पेंशन की कार्रवाई की गई है।