Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 12 Aug, 2021 05:52 PM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि उनकी सरकार ने शासकीय सेवाओं में भर्ती की निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया लागू की है और सरकारी नौकरियों में भर्ती की तमाम बाधाओं को खत्म कर दिया है। मुख्यमंत्री ने लोक भवन में...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि उनकी सरकार ने शासकीय सेवाओं में भर्ती की निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया लागू की है और सरकारी नौकरियों में भर्ती की तमाम बाधाओं को खत्म कर दिया है। मुख्यमंत्री ने लोक भवन में राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के 2,846 नवचयनित प्रवक्ताओं एवं सहायक अध्यापकों के ऑनलाइन तैनाती और नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम की बटन दबाकर शुरुआत करने के बाद कहा, "हमारी सरकार ने सरकारी सेवाओं में भर्ती की निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया लागू की है और वर्ष 2017 में सत्ता में आने के बाद राज्य सरकार ने सरकारी नौकरियों में भर्ती की बाधाओं को समाप्त कर भर्ती प्रक्रिया प्रारम्भ करायी।" मुख्यमंत्री ने दावा किया कि प्रदेश सरकार के अब तक के कार्यकाल में साढ़े चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के पांच वर्ष पूरे होने पर पांच लाख नौजवानों को सरकारी सेवाओं में नियुक्ति दी जा चुकी होगी तथा इससे कई गुना अधिक नौजवानों को निजी क्षेत्र में नौकरी एवं रोजगार उपलब्ध करा दिया जाएगा। योगी ने कहां के उनकी सरकार ने शिक्षकों के खाली पड़े पदों को तेजी से भरने का काम किया है। उन्होंने कहा कि इस दौरान बेसिक माध्यमिक तथा उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग में शिक्षकों के डेढ़ लाख पदों पर नियुक्ति हुई है और भर्ती की एक पूरी प्रक्रिया बिल्कुल निष्पक्ष पारदर्शी और आरक्षण के नियमों का पालन करते हुए की गई है।
मुख्यमंत्री ने नयी शिक्षा नीति-2020 लागू करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह नीति शिक्षा जगत में आमूलचूल परिवर्तन, शिक्षण संस्थानों को सुयोग्य नागरिक देने वाले महत्वपूर्ण केन्द्र के रूप में स्थापित करने तथा शिक्षा को पुस्तकीय ज्ञान के साथ-साथ नवाचार, नये शोध एवं नये अनुसंधान का माध्यम बनाने के लिए लागू की गयी है। उन्होंने कहा कि नयी शिक्षा नीति को क्रियान्वित करने के लिए तैयारी वर्तमान समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘शिक्षक का दायित्व अत्यन्त महत्वपूर्ण है। शिक्षक विद्यार्थियों के लिये आदर्श बनें। छात्र शिक्षक को जीवन भर याद रखता है। नवचयनित शिक्षक समय से विद्यालय पहुंचें एवं विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास में योगदान करें।'' उन्होंने नवचयनित अभ्यर्थियों से अपेक्षा की कि वे प्रदेश में एक सकारात्मक वातावरण तथा नौजवानों को सही दिशा में आगे ले जाने में योगदान करें।