Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 04 Aug, 2021 01:38 PM
सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर का कमाल है कि मच्छर और माफिया का सफाया हुआ है। गोरखपुर से इसकी शुरुआत हुई है और पूरे प्रदेश में इसकी धमक देखने को मिल रही है। 1997-98 से इसकी शुरूआत हुई थी। जिस प्रकार की सरकारें प्रदेश में आयीं...
गोरखपुरः सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर का कमाल है कि मच्छर और माफिया का सफाया हुआ है। गोरखपुर से इसकी शुरुआत हुई है और पूरे प्रदेश में इसकी धमक देखने को मिल रही है। 1997-98 से इसकी शुरूआत हुई थी। जिस प्रकार की सरकारें प्रदेश में आयीं उससे पूरा प्रदेश त्रस्त था, जब मैं अकेले था, तब गोरखपुर वालों ने मेरे साथ होकर सफलता को ऊंचाई पर पहुंचाया। गोरखपुर में हर व्यापारी गुण्डा टैक्स देता था। कहीं भी गोलीकाण्ड हो सकता था।
एक निजी चैनल के बातचीत करते हुए सीएम योगी ने कहा कि जब 1998 में पहली बार सांसद बना था, तब बन्द खाद कारखाने को शुरू करने के लिए मंत्री के पास गया था। उन्होंने मुझे देखा और देखते ही रहे। तब उन्होंने कहा कि आप गोरखपुर से चुनाव कैसे जीत गये? मैं तो तीस साल से गोरखपुर नहीं गया क्योंकि वहां मेरी चुनावी रैली के दौरान गोली चलने लगी। सीएम ने कहा कि पहले दिमागी बुखार से हजारों बच्चों की मौत होती थी, लेकिन, कोई पूछता नहीं था। ज्यादातर गरीब तबके के बच्चों की मौत होती थी। ऐसे गरीब परिवार के लोग सिर्फ कुछ राजनीतिक दलों के वोट बैंक थे।
योगी ने कहा कि हमने उनके साथ मीटिंग की, ये बीमारी कई राज्यों में थी फिर हमने इसे संसद में उठाया और ये राष्ट्रीय मुद्दा बना। गोरखपुर से इन्सेफेलाइटिस के खिलाफ लड़ाई शुरू की। जब स्वच्छ भारत मिशन के तहत मोदी सरकार ने हर घर में शौचालय दे दिया, स्वास्थ्य की सुविधा बढ़ाई गई, तब इसपर काबू पाया जा सका है। हमने सर्विलांस को मजबूत किया है। हमने 95 फीसदी से अधिक बीमारी पर नियंत्रण किया है।