Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Mar, 2018 07:25 PM
उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद के सिविल लाइंस क्षेत्र में सूबे की लचर कानून व्यवस्था से क्षुब्ध समाजवादी छात्रसभा के कार्यकर्ताओं ने आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंका। छात्रसभा के करीब 50 कार्यकर्ताओं ने नगर के व्यस्ततम चौराहे पर प्रदेश सरकार...
इलाहाबादः उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद के सिविल लाइंस क्षेत्र में सूबे की लचर कानून व्यवस्था से क्षुब्ध समाजवादी छात्रसभा के कार्यकर्ताओं ने आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंका। छात्रसभा के करीब 50 कार्यकर्ताओं ने नगर के व्यस्ततम चौराहे पर प्रदेश सरकार पर गिरती कानून व्यवस्था का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं ने कानून व्यवस्था की हालत पतली होने और महापुरूषों की प्रतिमाओं का तोड़े जाने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री का पुतला फूंका।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की सतारूढ़ सरकार बाबा भीमराव अांबेडकर को लेकर राजनीति तो कर रही है लेकिन उनकी मूर्तियों को सुरक्षा नहीं प्रदान कर पा रही है। प्रदेश में कानून व्यवस्था चौपट हो गई है। महीने के भीतर छह लोगों की हत्या अपने आप में सरकार की कानून व्यवस्था की पोल खोल रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार को दलित विरोधी बताया। पुलिस अधीक्षक (नगर)सिद्धार्थ सिंह मीणा ने बताया कि मुख्यमंत्री का पुतला फूंकने की जानकारी मिलते ही चौराहे पर कई थानों की पुलिस फोर्स पहुंची। जवानों के पहुंचने से पहले छात्र वहां से जा चुके थे। उनके पास कुछ क्लिपिंग है जिसके आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि आज सुबह झूंसी के त्रिवेणपुरम के एक पार्क में बाबा भीमराव अांबेडकर की टूटी प्रतिमा मिलने से सपा के फूलपुर के नवनिर्वाचित सांसद नागेन्द्र सिंह पटेल, जिला अध्यक्ष कृष्णमूर्ति सिंह यादव, बसपा के आर के गौतम समेत कई नेता सैकडों समर्थकों के साथ वहां पहुंचकर सरकार और प्रशासन विरोधी नारे लगाए। कुछ अराजक तत्वों ने देर रात मूर्ति से बाबा साहब का धड़ अलग कर दिया था। उन्होंने अराजकतत्वों की गिरफ्तारी और नई प्रतिमा लगाने को लेकर धरना प्रदर्शन किया। नई प्रतिमा लगाने के आश्वासन के बाद उन्होंने धरना प्रदर्शन समाप्त किया।