Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 11 May, 2020 05:45 PM
आगरा में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने कड़ा रुख अपना लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संक्रमण को रोकने और हालात की निगरानी का जिम्मा वरिष्ठ प्रशासनिक, पुलिस और मेडिकल अफसरों को सौंपा है। मुख्यमंत्री के...
आगराः आगरा में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने कड़ा रुख अपना लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संक्रमण को रोकने और हालात की निगरानी का जिम्मा वरिष्ठ प्रशासनिक, पुलिस और मेडिकल अफसरों को सौंपा है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर लखनऊ से आगरा आए विशेष टीम ने आज सर्किट हाउस में समीक्षा बैठक की।
इस टीम में प्रमुख सचिव अवस्थापना आलोक कुमार, प्रमुख सचिव चिकित्सा रजनीश दुबे, आईजी विजय कुमार सहित अन्य अधिकारी शामिल हैं। वरिष्ठ अफसरों ने जिले में लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने, कंटेनमेंट जोन में किसी तरीके की छूट ना देने पर जोर दिया है। इसके अलावा गंभीर मरीजों के इलाज को बेहतर तरीके से करने के लिए कहा है।
अफसरों ने क्वॉरेंटाइन सेंटरों में मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी भी ली। बैठक में विशेष टीम के अधिकारियों ने स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पर नाराजगी जताई। आगरा में बढ़ते संक्रमण के लिए स्वास्थ्य विभाग को ही जिम्मेदार माना जा रहा है। सैम्पलिंग, मरीजों की ट्रेसिंग व ट्रैकिंग के अलावा संक्रमण की रोकथाम में लापरवाही मिली है।
बता दें कि इससे पूर्व रविवार शाम को ही आगरा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मुकेश वत्स और अपर निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. ए.के. मित्तल को हटा दिया गया। इनकी जगह अब नए सीएमओ डॉ. आरसी पांडे होंगे। वहीं डॉ. अविनाश सिंह एडी हेल्थ बनाया गया है। आगरा में लॉकडाउन के 50 दिन बाद भी संक्रमण के मामले थमे नहीं है। यहां रोज संक्रमित मरीज बढ़ रहे हैं। इसके साथ शासन-प्रशासन की चिंता भी बढ़ती जा रही है।