Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 29 Mar, 2020 02:54 PM
कोरोना महामारी के कारण देश में 21 दिन का लॉकडाउन होने के बाद मनरेगा मजदूरों के सामने भी रोजी-रोटी का संकट आ गया है।
गोरखपुर: कोरोना महामारी के कारण देश में 21 दिन का लॉकडाउन होने के बाद मनरेगा मजदूरों के सामने भी रोजी-रोटी का संकट आ गया है। मजदूरों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए सीएम कल मजदूरों के खातों में मजदूरी भेजने का आदेश दिए हैं। सोमवार को गोरखपुर में 86 हजार मनरेगा मजदूरों के खातों में करीब 8 करोड़ रुपये पहुंचेंगे। वहीं सीएम प्रदेश के हर जिले के एक-एक मनरेगा मजदूरों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए लॉकडाउन पर बात करेंग।
CM ने कहा कि मनरेगा मजदूर जिनका राशन कार्ड अंत्योदय श्रेणी का है उन्हें 35 किलोग्राम राशन प्रति परिवार और जिनका राशन कार्ड पात्र गृहस्थी का है उन्हें 5 किग्रा प्रति यूनिट के हिसाब से राशन निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। मुख्यमंत्री मनरेगा मजदूरों को यह भी बताएंगे कि मनरेगा के तहत मजदूरी में की गई वृद्धि एक अप्रैल से लागू हो जाएगी। अब मजदूरों को 182 रुपए की बजाए 202 रुपए प्रतिदिन मजदूरी मिलेगी। गोरखपुर सीडीओ हर्षिता माथुर ने कहा कि सीएम योगी के इस कार्यक्रम को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है।
बता दें कि सोमवार को सुबह 11 बजे से ग्राम चिलबिलवा में आयोजित कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान दिया जाएगा। जिले में करीब 1.78 लाख मजदूर मनरेगा से जुड़े हुए हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सीएम मनरेगा मजदूरों को बताएंगे कि कोरोना वायरस की वजह से हुए लॉकडाउन के दौरान उनके भरण-पोषण के रूप में सरकार उनकी किस तरह मदद कर रही है। उन्हें निशुल्क राशन उपलब्ध कराया जाएगा।