Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 07 Aug, 2020 12:31 PM
उत्तर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग और दिव्यांग जन कल्याण मंत्री अनिल राजभर और जल शक्ति राज्य मंत्री बलदेव सिंह ओलख ने शुक्रवार को यहां बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यो में तेजी लाने के निर्देश दिये। राजभर...
गोंडाः उत्तर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग और दिव्यांग जन कल्याण मंत्री अनिल राजभर और जल शक्ति राज्य मंत्री बलदेव सिंह ओलख ने शुक्रवार को यहां बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यो में तेजी लाने के निर्देश दिये। राजभर और ओलख ने तरबगंज तहसील के ऐली परसौली गांव के विशुनपुरवा मजरे के पास भिखारीपुर सकरौर तटबंध के एक 45 मीटर हिस्से के कटने के बाद आयी बाढ़ की विभीषिका का हवाई सर्वेक्षण किया और निरीक्षण भवन में अधिकारियों संग बैठक कर बाढ़ पीड़ितों को राहत व बचाव को युद्धस्तर पर करने के निर्देश दिए।
उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुये कहा कि नेपाल से अतिरिक्त जल छोड़ने से बढ़े जल दबाव से बांध का कुछ हिस्सा भले ही कट गया हो लेकिन तत्काल अधिकारियों द्वारा युद्धस्तर पर किये जा रहे मरम्मत की वजह से बाढ़ का फैलाव रोकने मे सफल रहे। मरम्मत के नाम पर करोड़ों खर्च होने के बावजूद बंधा कटने के सवाल पर मंत्री नें कहा कि बांध कटने को लेकर जांच करायी जा रही हैं। इस सिलसिले मे लापरवाही बरतने वाले अभियंताओं व प्रशासनिक अधिकारियों को दंडित किया जायेगा।
ओलख ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी और मंत्रालय दिनरात पूरी तन्मयता और लगन से बाढ़ की स्थिति पर नजर बनाये हुये हैं। मंत्रियों ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुये कहा कि बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाकर राहत सामग्रियां वितरित की जाये। पशुओं के चारे की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। जलजनित रोगों से बचाव के लिये दवाइयों का वितरण व टीकाकरण मे तेजी लाने, रैनबसेरों शरणालयो मे भोजन व शुद्ध पेयजल क़ी समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।
इसके अलावा गांवों मे जलभराव से घिरे ग्रामीण परिवारों को नाव व मोटरबोटो द्वारा सुरक्षित निकालकर ऊंचे स्थानों पर पहुंचाने मे तेजी लाने की हिदायत दी। उधर, तरबगंज क्षेत्र के ऐली परसौली गांव के विशुनपुरवा मजरे के पास गुरुवार को भिखारीपुर सकरौर तटबंध का करीब 45 मीटर हिस्सा कटकर नदी मे समांने से आसपास के करीब दो दर्जन पुरवे घाघरा व सरयू नदियों मे आयी बाढ़ की जद मे आ गये हैं । लगातार जारी कटान से तटवर्ती सौनौली मोहम्मदपुर, ऐली परसौली, तुलसीपुर मांझा समेत करीब चौबीस गावों के ग्रामीण भयभीत हैं।