मुरादाबाद: योगी के निरीक्षण के दौरान पत्रकारों को कमरे में बंद करने के मामले में DM ने दी ये सफाई

Edited By Anil Kapoor,Updated: 02 Jul, 2019 08:46 AM

cleanliness of dm after closure of journalists during inspection of yogi

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के मुरादाबाद दौरे के दौरान पत्रकारों को आपातकालीन कक्ष में बंद कर देने की घटना की पत्रकार संगठनों एवं राजनीति दलों ने निंदा की है जबकि जिलाधिकारी ने इस बाबत सफाई दी। पत्रकार संगठनों का आरोप है कि....

मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के मुरादाबाद दौरे के दौरान पत्रकारों को आपातकालीन कक्ष में बंद कर देने की घटना की पत्रकार संगठनों एवं राजनीति दलों ने निंदा की है जबकि जिलाधिकारी ने इस बाबत सफाई दी। पत्रकार संगठनों का आरोप है कि इस रविवार 30 जून को मुख्यमंत्री के मुरादाबाद दौरे के दौरान जिला अस्पताल के निरीक्षण के समय प्रशासन ने मीडियाकर्मियों को इमरजेंसी वार्ड में बंद कर दिया था। इस घटना के सामने आने के बाद कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने सरकार की आलोचना की है। इस मामले को लेकर कांग्रेस महसचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी सरकार पर निशाना साधा है।

PunjabKesariजानकारी मुताबिक मुरादाबाद के जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने सफाई दी कि मुख्यमंत्री के निरीक्षण के दौरान काफी संख्या में मीडिया के लोग अस्पताल पहुंच गए थे। उनसे आग्रह किया गया कि मुख्यमंत्री के साथ इतनी संख्या में लोगों का वार्ड में आना मरीजों की सेहत के लिहाज से ठीक नहीं है। कुछ मीडिया वाले एक कमरे में थे जबकि कुछ वार्ड में। मुख्यमंत्री का दौरा होते ही सभी लोग बाहर आ गए थे। कमरे में ताला बंद करने जैसी बात से इंकार किया है। इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट के नेशनल काउंसलर वरिष्ठ पत्रकार संतोष गुप्ता ने मुरादाबाद में पत्रकारों के साथ एक समीक्षा बैठक के बाद कहा कि अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में जिलाधिकारी द्वारा पत्रकारों को बंद करने को अमानवीय बताते हुए कहा कि यह संविधान प्रदत्त अधिकारों का खुला उल्लंघन है।

PunjabKesariउल्लेखनीय है कि योगी ने रविवार को मुरादाबाद में समीक्षा बैठक की थी। मुख्यमंत्री के जिला अस्पताल के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी की मौजूदगी में 20 से अधिक पत्रकारों और छायाकारों को अस्पताल के आपातकालीन चिकित्सा कक्ष को बाहर से कुंडी लगाकर बंद कर दिया था। इस दौरान कवरेज से रोके जाने से नाराज पत्रकारों ने हंगामा भी किया था लेकिन मुख्यमंत्री के चले जाने के बाद ही दरवाजा खुलने पर पत्रकार बाहर निकल सके। इस घटना से आक्रोशित मीडियाकर्मियों की पुलिस से नोकझोंक भी हुई थी।

PunjabKesariमुख्यमंत्री की कवरेज से रोके जाने से नाराज पत्रकारों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। इसके बाद भी कमरा नहीं खोला गया। पत्रकारों का आरोप है कि जिला प्रशासन ने वहां मौजूद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पीआरओ नवल मारवाह को निर्देश दिया गया कि निरीक्षण खत्म होने तक वे पत्रकारों को बाहर ना निकलने दें। मुख्यमंत्री वार्ड में जाकर मरीजों का हाल-चाल जानने लगे। हंगामा बढ़ने पर जिलाधिकारी पुन: आए और दरवाजे को हल्का सा खोलकर पत्रकारों को समझाने की कोशिश की और पुन: दरवाजा बंद कर चले गए। जिलाधिकारी के जाने के बाद मीडियाकर्मियों ने हंगामा तेज कर दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री आपातकालीन चिकित्सा वार्ड का निरीक्षण पूरा करने के बाद महिला अस्पताल की ओर मुड़ गए। पत्रकारों के काफी शोर-शराबे के बाद भी मुख्यमंत्री के निरीक्षण के बाद करीब 15 मिनट बाद कमरे का दरवाजा खोला गया। मीडियाकर्मियों ने जिलाधिकारी और नगर पुलिस अधीक्षक से विरोध जताया। इससे अस्पताल में अफरातफरी मची रही थी।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!