Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 26 Dec, 2018 02:49 PM
एक तरफ सरकार सर्व शिक्षा अभियान की योजना पर करोड़ों रुपए खर्च कर बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित कर रही है। तो वहीं दूसरी तरफ बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी लेने वाले की इसकी जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं। मामला मुजफ्फरनगर का है...
ललितपुरः एक तरफ सरकार सर्व शिक्षा अभियान की योजना पर करोड़ों रुपए खर्च कर बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित कर रही है। तो वहीं दूसरी तरफ बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी लेने वाले की इसकी जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं। मामला मुजफ्फरनगर का है। जहां स्कूल में बच्चों के हाथ में किताबों की जगह झाड़ू थमा दी गई है। विद्यालय के ऐसे बद से बदतर हालात देखकर हर कोई यही कहेगा कि अगर ऐसे पढ़ेगा इंडिया तो कैसे बढ़ेगा इंडिया?
मामला सोंराई गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय क्रमांक 2 का है। यहां पढ़ने वाली छात्राएं पढ़ाई की जगह स्कूल में सफाई करती नजर आईं। इस दौरान किसी ने इसका वीडियो बना लिया और वायरल कर दिया। वहीं जब स्कूल की शिक्षिका से इस बारे में पूछा गया तो उसने कहा कि स्कूल में सफाईकर्मी नहीं हैं। जिसके कारण कभी-कभी हम भी झाड़ू लगाते हैं और कभी कभी छात्र छात्राएं झाड़ू लगा लेते हैं।
वहीं खंड शिक्षा अधिकारी मड़ावरा रामगोपाल वर्मा ने कहा है कि मामले की जांच करवाई जा रही है। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।