Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 18 Jul, 2018 01:27 PM
योगी सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद स्वास्थ्य विभाग सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। मामला हमीरपुर के जिला अस्पताल का है। जहां ऑक्सीजन ना होने की वजह से नवजात बच्ची 3 घंटों तक तड़पती रही। अस्पताल के फर्श पर लेटी बच्ची ने 21 घंटे के बाद इलाज के अभाव से...
हमीरपुरः योगी सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद स्वास्थ्य विभाग सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। मामला हमीरपुर के जिला अस्पताल का है। जहां ऑक्सीजन ना होने की वजह से नवजात बच्ची 3 घंटों तक तड़पती रही। अस्पताल के फर्श पर लेटी बच्ची ने 21 घंटे के बाद इलाज के अभाव से दम तोड़ दिया।
घटना जिला अस्पताल की SNCU वार्ड की है। इस वार्ड में गंभीर बच्चों को भर्ती किया जाता है। यहां मौदहा कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले एक गरीब परिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से सदर अस्पताल के लिए रेफर किया गया था, लेकिन यहां नवजात को भर्ती तक नहीं किया गया। परिजन डॉक्टर के आगे गिड़गिड़ाए, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
परिजन वार्ड के बाहर फर्श पर बच्ची को लिटाकर उसके इलाज का इंतजार करते रहे। इस दौरान मीडिया के दखल के बाद बच्ची को भर्ती किया गया। यहां बच्ची ने कुछ देर बाद ही दम तोड़ दिया। यहां डॉक्टरों ने तुरंत बच्ची का इलाज शुरू किया होता तो शायद उसकी जान बच जाती।
वहीं एसडीएम वीर बहादुर यादव का कहना है कि ज़िला अस्पताल में ऑक्सीजन ना होने से एक नवजात बच्ची की जान चली गई है और ज़िले के सीएमओ कह रहे हैं कि उनको इस मामले की जानकारी ही नहीं है।
बीआरडी कांड से सबक ना लेकर फिर से वही लापरवाही दोहराई गई है। ये घटना स्वास्थ्य विभाग के दुरुस्त होने के खोखले दावों की पोल खोलने के लिए काफी है।