Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Feb, 2018 04:03 PM
मथुरा के गोकुल में बुधवार को छड़ी मार होली खेली गई। इस दौरान हुरियारों पर जमकर छड़ियां बरसाई गई। जैसे ही भगवान का डोला स्वरूप मुरलीधर घाट पहुंचा, वैसे ही होली की धूम शुरु हो गई। श्री कृष्ण के बाल स्वरूप पर गोपियों ने छड़ियां बरसाना शुरू कर दिया।
मथुराः मथुरा के गोकुल में बुधवार को छड़ी मार होली खेली गई। इस दौरान हुरियारों पर जमकर छड़ियां बरसाई गई। जैसे ही भगवान कृष्ण का डोला स्वरूप मुरलीधर घाट पहुंचा, वैसे ही होली की धूम शुरु हो गई। श्री कृष्ण के बाल स्वरूप पर गोपियों ने छड़ियां बरसाना शुरू कर दिया।
बता दें कि छड़ी मार होली की मस्ती में सभी सरोवर गए। नंद किला मंदिर से कान्हा की पालकी बैंड-बाजों के साथ निकाली गई। शोभा यात्रा ने कुछ देर मुरली घाट पर विश्राम किया। उसके बाद होली की धूमधाम शुरू हो गई और श्रद्धालुओं ने जमकर होली का लुफ्त उठाया।
गौरतलब है कि भगवान श्री कृष्ण ने जिस गांव में अपने बचपन की लीलाएं की थी, उस गांव में द्वापर युग की दिव्य होली को हर वर्ष जीवंत किया जाता है। देश-विदेश से श्रद्धालु भगवान द्वारा बचपन में खेली गई होली के दर्शन करने के लिए आतुर रहते हैं। गोकुल का आसमान रंग और गुलाल से रंगा जाता है।