Edited By Deepika Rajput,Updated: 14 Jul, 2019 01:13 PM
15 जुलाई यानि सोमवार को भारत चंद्रयान मिशन-2 का आगाज करेगा। आईआईटी कानपुर द्वारा निर्मित 'लूनर रोवर' यानि मानवरहित चंद्रयान को चंद्रमा पर भेजा जाएगा, जो चंद्रमा की सतह के कई रहस्यों से पर्दा उठाएगा।
कानपुरः 15 जुलाई यानि सोमवार को भारत चंद्रयान मिशन-2 का आगाज करेगा। आईआईटी कानपुर द्वारा निर्मित 'लूनर रोवर' यानि मानवरहित चंद्रयान को चंद्रमा पर भेजा जाएगा, जो चंद्रमा की सतह के कई रहस्यों से पर्दा उठाएगा।
चंद्रयान-2 भारत का दूसरा चंद्रमा मिशन है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) 15 जुलाई को होने वाली चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग की तैयारी में जुटा है। आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर आशीष दत्ता के अनुसार 'लूनर रोवर' चंद्रमा पर भेजा जाएगा। यह पहली बार है कि मानवरहित चंद्रयान भारत की ओर से चंद्रमा की उत्तरी सतह पर लैंड करेगा, जो पूरी दुनिया के लिए अभी अछूता है।
उन्होंने बताया कि यह चंद्रयान चंद्रमा से 3D इमेज इसरो को भेजेगा। इसको लेकर पूरी दुनिया की निगाहें भारत पर टिकी हुई है। 'लूनर रोवर' को दो साल की कड़ी मेहनत के बाद तैयार किया जा सका है। इसको तैयार करने में लगभग 50 लाख रुपये की लागत आई है।