Edited By Ruby,Updated: 20 Jan, 2019 11:19 AM
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज होती नजर आ रही हैं। चुनाव का समय जैसे-जैसे करीब आ रहा है वैसे-वैसे राजनीतिक घटनाक्रम भी तेजी से करवट ले रहा है। इसी कड़ी में जहां एक ओर बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने के लिए सपा-बसपा ने गठबंधन किया...
मेरठः आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज होती नजर आ रही हैं। चुनाव का समय जैसे-जैसे करीब आ रहा है वैसे-वैसे राजनीतिक घटनाक्रम भी तेजी से करवट ले रहा है। इसी कड़ी में जहां एक ओर बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने के लिए सपा-बसपा ने गठबंधन किया है तो वहीं दलितों के नेता और मसीहा के रूप में उभरने वाले भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर ने भी इस गठबंधन का समर्थन किया है।
दरअसल , चंद्रशेखर इस वक्त दलित युवाओं का रहनुमा बना हुआ है और बड़े स्तर पर दलित व सेक्युलर वोटों को प्रभावित कर सकता है, लेकिन भाजपा को हराने के लिए चंद्रशेखर आजाद ने भी मीडिया के सामने आकर गठबंधन को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। चंद्रशेखर आजाद ने साफ कहा है कि वो चाहते हैं कि किसी भी सूरत में भारतीय जनता पार्टी सत्ता में ना आए और सभी अच्छे लोग चुनाव में एक साथ होकर आगे आए। साथ ही उन्होंने दूसरे पिछड़े वर्ग के लोगों को भी इस गठबन्धन में शामिल करने की अपील की। चंद्रशेखर ने मोदी के आरक्षण वाले हथकंडे को भी वोट बैंक की राजनीति बताया।
इस दौरान उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान पर भी कटाक्ष किया। रावण ने कहा कि वह विकास कार्यों पर बात नहीं करते बल्कि धार्मिक राजनीति करते हैं। जिसमें कभी बजरंगबली तो कभी कुंभ तो कभी राम मंदिर उनकी राजनीति में शामिल रहता है, जबकि वह मुद्दों से हटाकर इन चीजों पर राजनीतिक आधारित किए हुए हैं। उन्होंने आर्थिक आरक्षण के खिलाफ भी झंडा बुलंद करने की बात कही है। बता दें कि चन्द्रशेखर मेरठ के मवाना क्षेत्र में कुंवर देवेन्द्र और उनके साथियों को भीम आर्मी की सदस्यता दिलाने पहुंचे थे । इस दौरान मीडिया से रुबरु होते हुए उन्होंने ये बयान दिए। इस दौरान चंद्र शेखर के साथ दर्जनों हथियार बंद नजर आए जिनके जरिये शायद वह अपनी ताकत का एहसास भी करना चाहते हैं।