Edited By Deepika Rajput,Updated: 27 Nov, 2018 05:25 PM
सहारनपुर में जातीय संघर्ष के बाद सुर्खियों में आए भीम आर्मी के प्रमुख दलित नेता चंद्रशेखर ''आजाद'' उर्फ ''रावण'' ने अपने नाम के पीछे लगा उपनाम ‘रावण’ हटा लिया है। उपनाम हटाने के पीछे उन्होंने सफाई पेश की है वो नहीं चाहते कि लोकसभा चुनाव में राम भक्त...
सहारनपुरः सहारनपुर में जातीय संघर्ष के बाद सुर्खियों में आए भीम आर्मी के प्रमुख दलित नेता चंद्रशेखर 'आजाद' उर्फ 'रावण' ने अपने नाम के पीछे लगा उपनाम ‘रावण’ हटा लिया है। उपनाम हटाने के पीछे उन्होंने सफाई पेश की है वो नहीं चाहते कि लोकसभा चुनाव में राम भक्त बनाम रावण भक्त को लेकर ध्रुवीकरण हो।
चंद्रशेखर ने कहा कि जब मैं जेल से रिहा हुआ तब सिर्फ रावण को लेकर ही बात हुई। इस दौरान महसूस हुआ कि किसी राजनीतिक पार्टी को नाम की वजह से लाभ नहीं मिलना चाहिए। आधिकारिक तौर पर मेरा नाम चंद्रशेखर आजाद है। मैं कतई नहीं चाहता कि कोई राजनतीतिक पार्टी राम और रावण में से किसी एक को चुनने को कहे।