देश भर के विशेषज्ञ नहीं दे पा रहे राममंदिर की हजार वर्ष की गारंटी: चंपत राय

Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 24 Dec, 2020 01:23 PM

champat rai says experts from all over the country are not

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने आज कहा कि बन रहे राम मंदिर के हजार साल की गारंटी कोई नहीं दे सकता। मंदिर के हजार साल की आयु को कोरी कल्पना ही कहा जा सकता है। तीन से चार सौ वर्ष की गारंटी भी मिल जाए तो हम निर्माण के लिए...

अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने आज कहा कि बन रहे राम मंदिर के हजार साल की गारंटी कोई नहीं दे सकता। मंदिर के हजार साल की आयु को कोरी कल्पना ही कहा जा सकता है। तीन से चार सौ वर्ष की गारंटी भी मिल जाए तो हम निर्माण के लिए सहमत हैं। चंपत राय संतों को राम मंदिर निर्माण की प्रगति के बारे में जानकारी दे रहे थे। उन्होंने कहा कि मंदिर के लिए की गई पाइलिंग टेस्टिंग फेल हो गई। कंकरीट के खंभे 700 टन का लोड डालते ही धंस गए। मंदिर की आयु बढ़ाने के लिए सीमेंट में अभ्रक, कोयले के साथ कुछ अन्य केमिकल मिलाने पर विचार चल रहा है।

उन्होंने कहा कि देश भर के विशेषज्ञों ने राममंदिर के लिए हजार वर्ष की लिखित गारंटी देने में हाथ खड़े कर दिए हैं। मंदिर के लिए बनाई गई टेस्ट पाइलिंग पहले ही फेल हो चुकी है। टेस्ट पिलर पर लोड डालने के बाद जैसे ही भूकंप जैसे झटके दिए गए उनमें दरारें आ गईं और वे लचक गए। इसे देखते हुए ट्रस्ट ने नए सिरे से तकनीकी विशेषज्ञों के साथ मंथन शुरू कर दिया है। मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने लार्सन एंड टूब्रो तथा टाटा कंसल्टेंसी को सौंपी है। इसकी मजबूती के लिए विशेषज्ञों की आठ सदस्यीय टीम भी बनाई गई है। लेकिन कोई भी हजार साल तक सुरक्षित रहने वाले मंदिर की गारंटी देने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि डिजायन के अनुसार मंदिर की 32 सीढि़यां चढ़कर रामलला के दर्शन होंगे।

इस कार्य में 16 हजार घन फीट पत्थर लगेंगे। इसके लिए साढ़े सोलह फीट ऊंचा प्लेटफॉर्म बनाया जाएगा। यह दो फीट लंबा, दो फीट चौड़ा, और दो फीट ऊंचा होगा। प्लेटफॉर्म में भी पत्थरों का इस्तेमाल होगा। जिस खान से यह पत्थर आने हैं उसका भी चयन हो गया है। चंपत राय ने कहा कि राममंदिर निर्माण के लिए आगामी 14 जनवरी मकर संक्राति से 27 फरवरी तक चलने वाले जनसंपकर् अभियान को लेकर अयोध्या में भी संत सम्मेलन का आयोजन विहिप मुख्यालय कारसेवकपुरम में हुआ है । उन्होंने स्पष्ट किया कि अयोध्या में सबके आराध्य भगवान राम का घर बन रहा है। उनके घर के निर्माण के लिए हम दान नहीं बल्कि ऐच्छिक समर्पण मांग रहे हैं। यह धन संग्रह नहीं बल्कि निधि संग्रह अभियान होगा। जिसके तहत देश की आधी आबादी से जनसंपर्क किया जाएगा।

तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने कहा कि अभियान को लेकर देश के 40 शहरों में बैठकें होंगी। भगवान का घर तोड़ा गया था वह अब फिर से बन रहा है, समाज स्वेच्छा से समर्पण करें। उन्होंने कहा कि हमारे पास चार रास्ते हैं। पहला रास्ता हम बडे़-बड़े उद्योगपतियों टाटा, बिरला, अंबानी के पास जाएं, दूसरा दुनिया के लोगों से दौलत मंगवाए, तीसरा बड़ी-बड़ी कंपनियों का सहयोग लें और चौथा मार्ग जनता के पास जाएं। हमने चौथा मार्ग चुना है। इसके बाद यदि कुछ बचता है तो अन्य मार्ग भी अपनाएंगे। टाटा, बिरला, अंबानी भी जनता का एक हिस्सा हैं। उन्होंने बैठक में शामिल संतों से भी कहा कि वो इस अभियान में शामिल हों। 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!