Edited By Ruby,Updated: 01 May, 2018 12:50 PM
केंद्र सरकार गरीबों के लिए कई योजनाएं चला रही है, जिसका उदेश्य गरीबों को लाभ देना है। लेकिन प्रशासन की लापरवाही के चलते गरीबों को तो कम ही इन योजनाओं का लाभ प्राप्त होता है जबकि इसका फायदा अमीर लोगों को जरूर हो जाता है। दरअसल हम बात कर रहे हैं...
लखनऊः केंद्र सरकार गरीबों के लिए कई योजनाएं चला रही है, जिसका उदेश्य गरीबों को लाभ देना है। लेकिन प्रशासन की लापरवाही के चलते गरीबों को तो कम ही इन योजनाओं का लाभ प्राप्त होता है जबकि इसका फायदा अमीर लोगों को जरूर हो जाता है। दरअसल हम बात कर रहे हैं केंद्र सरकार की गरीबों के लिए चलाई जा रही 'आयुष्मान भारत योजना' की। जिसका लाभ उन्नाव के सांसद साक्षी महाराज को भी मिलेगा। या ये कहा जाए कि अफसरों की नजर में साक्षी महाराज भी 'गरीब' हैं। जबकि योजना को लेकर जारी की गई सूची से पात्र गरीबों को वंचित कर दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार ने प्रत्येक गरीब परिवार को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की है। सोमवार को ग्राम स्वराज अभियान के तहत यूपी के एटा में भगीपुर ग्राम पंचायत में 'आयुष्मान भारत' दिवस के कार्यक्रम में जिले के सांसद राजवीर सिंह राजू भइया के समक्ष सूची का प्रकाशन किया गया।
प्रशासन की लापरवाही
इस दौरान सूची में नाम देखने के लिए तमाम गरीब उमड़ पड़े। ग्राम पंचायत में चयनित 512 लाभार्थियों की सूची में 118वें नंबर पर उन्नाव सांसद साक्षी महाराज का नाम देखकर लोग हैरत में पड़ गए। हैरानी तो इस बात की है कि सूची को चस्पा करने से पहले स्वास्थ्य विभाग से लेकर जिले के तमाम प्रशासनिक अफसरों में से किसी ने भी सूची को जांचने की जहमत नहीं उठाई।
सांसद के साथ भाई का नाम भी शामिल
इतना ही नहीं सूची में सांसद साक्षी महाराज के साथ उनके भाई विजय स्वरूप का भी नाम शामिल है। ऐसे में योजना को लेकर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं। बताया जाता है कि सूची में शामिल लोगों को 'आयुष्मान भारत' योजना के तहत 5 लाख रुपए की चिकित्सा सुविधा दी जाएगी।
2011 की जनगणना में गरीब की श्रेणी में कैसे आ गए सांसद?
योजना के जानकारों की मानें तो पात्र परिवारों का चयन वर्ष 2011 की सामाजिक और आर्थिक जनगणना के आधार पर किया गया है लेकिन सवाल है कि आखिर उन्नाव सांसद वर्ष 2011 में जनगणना में गरीब की श्रेणी में कैसे आ गए। एक ओर उन्नाव सांसद को 'आयुष्मान भारत' योजना का पात्र बनाया गया है तो वहीं गरीब पात्र योजना से महरूम रह गए। गांवनिवासी शारदा देवी के पति काम सिंह पिछले साल से पोलियो ग्रस्त हैं, लेकिन उनका नाम गायब है। बता दें कि सांसद साक्षी महाराज का गांव उदैतपुर भगीपुर ग्राम पंचायत में आता है। इसमें गांव गंगनपुर, नगला प्रेमी, नगला तेली और भगीपुर शामिल हैं।
इन अमीरों के नाम हैं सूची में
1.साक्षी महाराज- उन्नाव से सांसद
2.क्षेत्रपाल सिंह- रिटायर्ड शिक्षक
3.डालचंद्र- व्यापारी
4.सत्यप्रकाश- दो भाई सरकारी सेवा में। खुद पब्लिक स्कूल के प्रबंधक।
5.दुर्योधन सिंह- रिजोर में सरकारी शिक्षक