Edited By Deepika Rajput,Updated: 08 May, 2018 03:42 PM
उत्तर प्रदेश एससी/एसटी आयोग ने पिछले महीने बदायूं जिले में एक दलित की पिटाई के बाद कथित रूप से उसकी मूंछ उखाड़ने और उसे पेशाब पिलाने की घटना का संज्ञान लिया है। आयोग के आदेश पर तत्कालीन बंधित थानाध्यक्ष राजेश कश्यप के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है।
बदायूंः उत्तर प्रदेश एससी/एसटी आयोग ने पिछले महीने बदायूं जिले में एक दलित की पिटाई के बाद कथित रूप से उसकी मूंछ उखाड़ने और उसे पेशाब पिलाने की घटना का संज्ञान लिया है। आयोग के आदेश पर तत्कालीन बंधित थानाध्यक्ष राजेश कश्यप के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। इस मामले में कश्यप को पहले ही निलंबित किया जा चुका है।
अपर पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि जिले में गेहूं की फसल काटने से इनकार करने पर दबंगों ने एक दलित व्यक्ति को मारा था और उसकी मूंछ भी उखाड़ दी था। सोमवार रात वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में राज्य एससी/एसटी आयोग का एक फैक्स पहुंचा, जिसमें तत्कालीन थानाध्यक्ष राजेश कश्यप के विरुद्ध मामला दर्ज करने के निर्देश दिए गए थे। इसका अनुपालन करते हुए कश्यप के विरुद्ध कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया गया है। मामले की जांच दातागंज क्षेत्राधिकारी को सौंपी गई है।
गौरतलब है कि गत 29 अप्रैल को दर्ज मामले में आजमपुर बिसौलिया गांव के निवासी सीताराम वाल्मीकि ने गत 24 अप्रैल को गांव के कुछ दबंग लोगों पर मारपीट कर मूंछ उखाड़ने और जूते में पेशाब पिलाने का आरोप लगाया था। वाल्मीकि ने पुलिस को बताया था कि वह अपने खेत में गेहूं काट रहा था। तभी उसी के गांव के ही रहने वाले विजय सिंह, विक्रम सिंह, पिंकू और सोमपाल उसके पास आए और अपने खेत में गेहूं काटने को कहा। वे चाहते थे कि वह पहले उनके खेत का गेहूं काटे।
वाल्मीकि के मुताबिक उसने उनका गेहूं काटने से मना किया तो उन लोगों ने खेत में ही उसकी जूतों से पिटाई की और जबरन गांव ले आए, जहां पेड़ से बांधकर उससे मारपीट की और जूते में पेशाब पिलाया। इसके अलावा उसकी मूंछ भी उखाड़ लीं। इस मामले में गत 29 अप्रैल को मामला दर्ज करके सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में धारा 308, 342, 332, 504, 506 तथा दलित अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।