Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 26 Sep, 2018 02:19 PM
उत्तर प्रदेश में बरेली जिले के बिथरी चैनपुर थाने में समाजवादी पार्टी(सपा) के पूर्व सांसद वीरपाल सिंह के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को भड़काने को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया है...
बरेलीः उत्तर प्रदेश में बरेली जिले के बिथरी चैनपुर थाने में समाजवादी पार्टी(सपा) के पूर्व सांसद वीरपाल सिंह के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को भड़काने को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बुधवार को बताया कि सोमवार को उमरिया गांव में पुलिस की दबिश देने और जिला पंचायत सदस्य हाजी शराफत समेत 37 लोगों की गिरफ्तारी के बाद अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों का दर्द बांटने वीरपाल सिंह यादव गए थे और अपने बयान में कहा कि देश में अमन चैन कायम रखने के लिए अब समाजवादी पार्टी को भोले और राम से भिडऩा पड़ेगा। उन्होंने कांवड़ियों पर टिप्पणी करते हुए उन्हें अपशब्द कहे थे। सांसद के विवादित बयान का वीडियो वायरल होने के बाद शासन हरकत में आ गया। पुलिस मुख्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद एसएसपी मुनि राज जी ने पूर्व सांसद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश जारी किए।
बिथरी चैनपुर थाने के दारोगा बृजपाल सिंह की तरफ से वीरपाल सिंह यादव के खिलाफ मंगलवार को मुकदमा दर्ज कराया गया है। बृजपाल सिंह का कहना है कि मंगलवार को वह गांव में गश्त कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें पता चला कि वीरपाल सिंह यादव ने कांवड़यिों के लिए अपशब्द कहे और कहा कि भाजपा की जान तो राम और भोले में अटकी हुई है। इनसे भी भिडऩा होगा। इससे एक वर्ग विशेष की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।
एसआइ की तहरीर पर पुलिस ने वीरपाल सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। बरेली के एसएसपी मुनिराज जी ने बताया किवीडियो में पूर्व सांसद का विवादित बयान सामने आया है, इसके बाद बिथरी चैनपुर थाना पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करने के लिए कहा गया है ,विवेचना के बाद सही तथ्य सामने आएंगे। गौरतलब है कि सावन के महीने में नई परंपरा का हवाला देकर उमरिया के लोगों ने कांवड़ यात्रा का विरोध किया था । नफरत में उमरिया के लोग कुछ लोग हाथों में हथियार उठा लिए। खून-खराबे पर उतारू हो गए थे। कांवड़ यात्रा तो नहीं निकली, अलबत्ता बिथरी थाने में उमरिया के 250 लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया था।
इसमें प्रधान जलालुद्दीन, पूर्व प्रधान रिहानुद्दीन, बीडीसी शराफत अली व गांव के तमाम लोग शामिल थे। इसके अलावा कैंट थाने में करीब 500 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। मुहर्रम वाले दिन खजुरिया के ग्रामीणों ने रास्ता बंद कर दिया और पुलिससे टकरा गए। लिहाजा पुलिस ने 16 लोगों को पकड़कर जेल भेज दिया। दस के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। रात में खजुरिया गांव पर उमरिया के लोग धावा बोलने चले। रास्ते में आड़े आई पुलिस पर हमला कर दिया। सात सौ लोग मुकदमे की चपेट में आ गए। इनमें सवा सौ लोग तो नामजद हैं। अब जब गिरफ्तारी शुरू हुई तो हड़कंप मचा है।
एसपी सिटी अभिनन्दन सिंह का साफ कहना है कि नामजद आरोपितों के खिलाफ उनके पास पर्याप्त सुबूत हैं। गिरफ्तारी के डर से उमरिया और खजुरिया के पुरुष गांव छोड़कर भाग चुके हैं। गांव में जहां चहल पहल रहती थी वहां सन्नाटा पसरा हुआ है।