Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 22 Dec, 2019 05:46 PM
उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ में रविवार फिर सीएए व एनआरसी बिल को लेकर हजारों महिलाएं सड़क पर आ गई। सैकड़ों महिलाएं हापुड़ के पुराने बाजार, चहेकमल से होती हुई पीरबाऊद्दीन पर पहुंच गई। हालांकि पुलिस...
हापुड़: उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ में रविवार फिर सीएए व एनआरसी बिल को लेकर हजारों महिलाएं सड़क पर आ गई। सैकड़ों महिलाएं हापुड़ के पुराने बाजार, चहेकमल से होती हुई पीरबाऊद्दीन पर पहुंच गई। हालांकि पुलिस चप्पे-चप्पे पर मौजूद थी। भारी तादाद में महिलाओं के सड़क पर पहुंचने की सूचना पर डीएम एसपी सहित अधिकारी मौके पर पहुंच गए। मौके पर पहुंची डीएम ने महिलाओं को एनआरसी व सीएए कानून के बिषय में जानकारी दी। साथ ही महिलाओं को समझाया कि इस कानून से देश में रहने वाले मुस्लिम लोगों का कोई नुकसान नहीं है। फिलहाल ये प्रदर्शन शांतिपूर्ण था।
जानकारी मुताबिक प्रदर्शन करने वाली महिलाओं ने ज्ञापन के साथ-साथ डीएम सहित महिला पुलिसकर्मियों को गुलाब का फूल दिया। वहीं हापुड़ डीएम व एसपी की दो दिन पूर्व जुमे की नमाज के बाद भीड़ को समझा कर वापस भेजने की भी अहम भूमिका थी। हालांकि जुमे के दिन प्रदर्शन करने वाले कुछ लोगों पर हल्का बल प्रयोग कर खदेड़ा गया था। डीएम के समझाने व ज्ञापन देने के बाद सभी महिलाएं अपने-अपने घरों को वापस लौट गई।
प्रदर्शनकारी एडवोकेट मलिका ने बताया कि हमने हापुड़ की डीएम साहिबा को ज्ञापन सौंपा है। जिसमें हमारी मांग ऐ है कि सीएए जो नागरिकता देने का कानून है उसमें मुसलमानों का नाम शामिल किया जाए और एनआरसी लागू न किया जाए। गुलाब का फूल भेंट करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई सरकार से है। प्रशासन और अधिकारियों से हमारी कोई लड़ाई नहीं है। इसलिए हमने अधिकारियों को गुलाब का फूल भेंट किया।
डीएम अदिति सिंह ने बताया कि रविवार को कुछ महिलाओं द्वारा हापुड़ में नागरिक संशोधन अधिनियम के तहत ज्ञापन देने का कार्यक्रम था। जिसमें सभी अधिकारियों ने मौके पर जाकर उनसे वार्ता करके ज्ञापन ले लिया है। हम उनकी ऐ मांग सरकार तक पहुंचा देंगे। सभी स्थिति शांति पूर्ण तथा नियंत्रण में है। सभी तोग अपने घरों को जा रहे हैं। वहीं महिलाओं द्वारा दिए गए फूल पर उन्होंने कहा कि यह एक मैसेज है जो प्रशासन और पब्लिक एक साथ है। हापुड़ शहर उत्तर प्रदेश में एक मिशाल कायम करें इसके लिए हम कटिबद्ध हैं।