Edited By Anil Kapoor,Updated: 10 Mar, 2019 10:21 AM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आपदा की स्थिति में समय पर राहत एवं बचाव कार्य प्रारम्भ करके जन और धन की बड़ी हानि से बचा जा सकता है। वर्तमान में राज्य आपदा मोचन बल की तीन बटालियनों के कार्यशील होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आपदा की स्थिति में समय पर राहत एवं बचाव कार्य प्रारम्भ करके जन और धन की बड़ी हानि से बचा जा सकता है। वर्तमान में राज्य आपदा मोचन बल की तीन बटालियनों के कार्यशील होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश जैसे बड़ी जनसंख्या वाले राज्य में अपना आपदा मोचन बल होना आवश्यक है। योगी सरोजनीनगर थाना क्षेत्र के ग्राम नूरपुर भदरसा में राज्य आपदा मोचन बल (एस डी आर एफ) के नवनिर्मित मुख्यालय भवन के लोकार्पण के पश्चात अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने भवन के उद्घाटन के उपरान्त राज्य आपदा मोचन बल के उपकरणों का अवलोकन किया। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने राज्य आपदा मोचन बल की मानक कार्यपद्धति पुस्तिका का विमोचन भी किया।
योगी ने कहा कि मार्च, 2017 में वर्तमान राज्य सरकार के कार्यभार ग्रहण करने के उपरान्त जुलाई, 2017 में प्रदेश के कई जनपदों में बाढ़ की विभीषिका हुई। यद्यपि उस समय पी ए सी की फ्लड यूनिट कार्यशील थी, किन्तु आपदा से बचाव एवं राहत कार्यों हेतु एन डी आर एफ पर निर्भर रहना पड़ा है। इसके दृष्टिगत माह सितम्बर, 2017 में राज्य आपदा मोचन बल की स्थापना के कार्य को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण का भी गठन किया गया है। राज्य आपदा मोचन बल एवं राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण को मिलकर प्रदेश में हर प्रकार की सम-विषम आपदा से निपटने के लिए रणनीति तैयार करनी चाहिए, जिससे आपदा की स्थिति में पीड़ितों की हर प्रकार से सेवा और सहायता की जा सके। इसके साथ ही, राज्य आपदा मोचन बल को अपने कार्यों से अन्य राज्यों के लिए मानक भी स्थापित करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य आपदा मोचन बल के जवानों को अच्छी ट्रेनिंग दी जानी चाहिए, क्योंकि किसी भी पुलिस बल के लिए ‘ट्रेनिंग में जितना अधिक पसीना बहाओगे, उतना ही कम खून बहेगा’ का मंत्र सही है। अच्छी ट्रेनिंग से राज्य आपदा मोचन बल द्वारा अधिक से अधिक लोगों की रक्षा की जा सकेगी।