Edited By Deepika Rajput,Updated: 04 Dec, 2018 01:35 PM
बुलंदशहर के स्याना में तैनात इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हिंसा में मौत की सूचना से उनके परिजनों में गम का माहौल व्याप्त है। परिजनों के साथ-साथ मृतक सुबोध के गांव के लोग भी गम में डूबे हुए हैं। वहीं इन सब के बीच सुबोध की बहन और चाचा ने उनकी हत्या...
बुलंदशहरः बुलंदशहर के स्याना में तैनात इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हिंसा में मौत की सूचना से उनके परिजनों में गम का माहौल व्याप्त है। परिजनों के साथ-साथ मृतक सुबोध के गांव के लोग भी गम में डूबे हुए हैं। वहीं इन सब के बीच सुबोध की बहन और चाचा ने उनकी हत्या की आशंका जताई है।
मृतक की बहन सुनीता सिंह का कहना है कि सुबोध कुमार अखलाक हत्याकांड की जांच कर रहे थे। इसी वजह से उनकी हत्या हुई। यह पुलिस की साजिश है। उन्होंने भाई को शहीद का दर्ज देते हुए पैतृक गांव में उनका स्मारक बनाए जाने की मांग की। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि सरकार का कोई प्रतिनिधि अभी तक घर नहीं पहुंचा है। वहीं चाचा राम अवतार सिंह का कहना है कि उनका भतीजा अखलाख हत्याकांड का जांच अधिकारी था। हो सकता है साजिश के तहत उसकी हत्या की गई हो।
शहीद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार गोकशी के खिलाफ अभियान में काफी सक्रिय रहते थे। यही वजह थी कि उन्हें दादरी के अखलाक हत्याकांड में जांच अधिकारी बनाया गया था। सूत्रों के मुताबिक, अखलाक के घर से मिले मांस के नमूने को जांच के लिए जल्द से जल्द लैब तक पहुंचाने में अखलाक ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।