Edited By Deepika Rajput,Updated: 05 Dec, 2018 12:18 PM
गोकशी को लेकर सोमवार को बुलंदशहर में हुई हिंसा से पूरा उत्तर प्रदेश हिल गया है। इस दौरान साहसी इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को प्रदर्शनकारियों ने बुरे तरीके से पीटा। पिटाई के बाद उनको गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया। वहीं इस हिंसा में एक युवक सुमित की...
लखनऊः गोकशी को लेकर सोमवार को बुलंदशहर में हुई हिंसा से पूरा उत्तर प्रदेश हिल गया है। इस दौरान साहसी इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को प्रदर्शनकारियों ने बुरे तरीके से पीटा। पिटाई के बाद उनको गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया। वहीं इस हिंसा में एक युवक सुमित की भी जान चली गई। अब तक इस मामले में पुलिस ने 27 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
इनमें शामिल 8 लोग विश्व हिंदू परिषद(विहिप), बजरंग दल और बीजेपी युवा मोर्चा जैसे दक्षिणपंथी संगठन से जुड़े हुए हैं। वहीं एफआईआर में शामिल 18 लोग किसान और कॉलेज छात्र हैं। हालांकि, अभी ये बात साफ नहीं हो पाई है कि इनका संबंध किसी दक्षिणपंथी संगठन से है। हिंसा के मुख्य आरोपी योगेश राज की उम्र 28 साल है। योगेश पहले एक प्राइवेट नौकरी करता था। 2016 में वहबजरंग दल का जिला संयोजक बना। उसके बाद नौकरी छोड़कर पूरी तरह संगठन के लिए काम करने लगा। बता दें कि गोकशी की खबर योगेश ने ही पुलिस को दी थी।
योगेश की पहचान इलाके में एक अच्छा इंसान, देशभक्त व्यक्ति तथा हिंदुओं के मसीहा के रूप में है। उसके घर के बाहर ‘अखंड भारत’ का नक्शा वाला पोस्टर लगा है। इस नक्शे में पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और म्यांमार को भारत के हिस्से के रूप में दिखाया गया है। साथ ही लकीरें खिंच यह दर्शाया गया है कि कब-कब देश का विभाजन हुआ है।