Edited By Deepika Rajput,Updated: 04 Dec, 2018 11:44 AM
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गोकशी को लेकर हुए बवाल में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की मौत के बाद उनके पैतृक गांव एटा में मातम का माहौल है। उनके शहीद होने की सूचना के बाद किसी भी घर में चूल्हा नहीं जला। वहीं मंगलवार सुबह पुलिस लाइन से सलामी के बाद उनका...
एटाः उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गोकशी को लेकर हुए बवाल में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की मौत के बाद उनके पैतृक गांव एटा में मातम का माहौल है। उनके शहीद होने की सूचना के बाद किसी भी घर में चूल्हा नहीं जला। वहीं मंगलवार सुबह पुलिस लाइन से सलामी के बाद उनका शव पैतृक गांव एटा पहुंचा।
यहां इंस्पेक्टर की पत्नी ने पति के शव को देखकर एेसी बात कही, जिससे वहां मौजूद लोगों के आंखों में आंसू थमते नहीं दिखाई दे रहे थे। उनकी पत्नी ने कहा कि उन्हें पति को एक बार छूने दो। वह उन्हें नहीं छोड़कर जा सकते। वो जब भी बीमार होते थे तो बताते थे, फिर आज एेसे अकेले कैसे चले गए। बिलखते हुए उन्होंने कहा कि मुझे एक बार पति के सिर पर हाथ रखने दो। मेरे हाथ रखते ही वह खड़े हो जाएंगे।
बता दें कि, इंस्पेक्टर सुबोध कुमार मूलरूप से एटा के रहने वाले थे। वह यहां गौर सिटी में रहते थे। सुबोध कुमार के 2 बेटे हैं। 3 माह पहले ही उन्हें बुलंदशहर में तैनाती मिली थी।