Edited By Anil Kapoor,Updated: 12 May, 2020 12:18 PM
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में उस समय हड़कंप मच गया जब ककोड़ सेंटर में क्वॉरेंटाइन किए गए परिवार की 18 वर्षीय बेटी की क्वॉरेंटाइन सेंटर में अचानक मौत हो गई। युवती की मौत की खबर से बुलंदशहर प्रशासन में हड़कंप मच गया। डीएम एसएसपी समेत तमाम...
बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में उस समय हड़कंप मच गया जब ककोड़ सेंटर में क्वॉरेंटाइन किए गए परिवार की 18 वर्षीय बेटी की क्वॉरेंटाइन सेंटर में अचानक मौत हो गई। युवती की मौत की खबर से बुलंदशहर प्रशासन में हड़कंप मच गया। डीएम एसएसपी समेत तमाम प्रशासनिक अफसर मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी। शुरुआती जांच में पता चला की बीते रविवार को देर रात ग्रेटर नोएडा के देवला से एक परिवार अपने घर हरदोई के लिए पैदल निकला था। जिसको बुलंदशहर प्रशासन ने पकड़कर ककोड़ सेंटर में क्वॉरेंटाइन कर दिया था।
प्रशासनिक अधिकारियों का दावा है कि पीड़ित परिवार ने प्रशासन से युवती की बीमारी की बात छुपाई। मृतका के पिता फूल सिंह पेशे से मजदूर हैं, जो अपने गृह जनपद हरदोई के लिए निकले थे। मगर बुलंदशहर प्रशासन ने सिकंदराबाद रास्ते से पकड़कर उन्हें वैर इलाके में स्थित सैनी मैरेज होम में क्वॉरेंटाइन कर दिया। मृतका आरती टीबी की बीमारी से ग्रस्त थी। जिसकी पैदल लंबा सफर तय करने पर तबीयत इतनी बिगड़ गई की सोमवार शाम मृतका को क्वॉरेंटाइन सेंटर में खून की उल्टी हो गई। जबकि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने पर आरती की मौत हो गई। आरती की मौत के बाद उसका परिवार बिना पोस्टमार्टम कराए मृतका के शव को लेकर पैतृक गांव के लिए रवाना हो गया।