Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jul, 2017 06:57 PM
उत्तर प्रदेश विधानसभा के पिछले चुनाव में करारी पराजय के झटके के बाद....
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के पिछले चुनाव में करारी पराजय के झटके के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर नजर होने की अटकलें तेज हो गई हैं। बसपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि उनकी पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं और पार्टी नेताओं तथा कार्यकर्त्ताओं को काम बांटते हुए साफ कहा गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में जाएं और बूथ स्तर से तैयारियां शुरू करें।
उन्होंने संकेत दिए कि बसपा विधानसभा चुनाव में मिली पराजय से सबक लेते हुए आगे बढ़ेगी। अगले लोकसभा चुनाव में टिकट चाहने वालों का चयन जनता में उनकी छवि और स्वीकार्यता को देखकर किया जाएगा। साथ ही उनके काम पर लगातार नजर भी रखी जाएगी, ताकि कहीं कोई कोताही ना हो। पिछले लोकसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश के गत विधानसभा चुनाव में सभी गैर-भाजपा दलों के बेहद खराब प्रदर्शन को देखते हुए इन पार्टियों के एक मंच पर आने की अटकलें भी जोरों पर हैं।
सपा और बसपा द्वारा राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की प्रत्याशी मीरा कुमार को समर्थन दिए जाने से ये अटकलें और तेज हो गई हैं। बसपा मुखिया मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आगामी 27 अगस्त को पटना में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव की रैली में मंच साझा करने पर हामी भर दी है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक अगर भाजपा-विरोधी गठबंधन या मोर्चे में बसपा शामिल नहीं हुई तो वह अगले साल के अंत तक अगले लोकसभा चुनाव के प्रत्याशियों की सूची जारी कर सकती है।