Edited By Deepika Rajput,Updated: 26 Aug, 2018 05:20 PM
बसपा सुप्रीमो मायावती ने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी तैयारियों को अमली जामा पहनाना शुरू कर दिया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, यूपी इस बार मायावती के एजेंडे में सबसे ऊपर होगा, क्योंकि बीजेपी की ध्रुवीकरण चाल और उसके बढ़ते दलित प्रेम से वह पूरी...
लखनऊः बसपा सुप्रीमो मायावती ने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी तैयारियों को अमली जामा पहनाना शुरू कर दिया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, यूपी इस बार मायावती के एजेंडे में सबसे ऊपर होगा, क्योंकि बीजेपी की ध्रुवीकरण चाल और उसके बढ़ते दलित प्रेम से वह पूरी तरह सतर्क हो गई हैं। मायावती ने बीजेपी के इस एजेंडे की धार को भांपने के लिए ही पार्टी पदाधिकारियों को उत्तर प्रदेश की ग्राउंड रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
बसपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि पार्टी ने सबसे पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर फोकस किया है। पार्टी यहां पर एक सितंबर से अपनी टीम भेजकर ग्राउंड रिपोर्ट लेगी। बसपा प्रदेश अध्यक्ष हर मंडल में 2 दिन बिताकर मौजूदा माहौल की थाह लेंगे। इसके साथ ही वह संगठन के लोगों से खुली चर्चा कर बीजेपी की रणनीति की काट के लिए खाका तैयार करेंगे। उत्तर प्रदेश में बसपा का मसकद दलित, मुस्लिम और पिछड़ों को साधने पर रहेगा।
पार्टी की ओर से तय कार्यक्रम के मुताबिक, प्रदेश अध्यक्ष आर.एस.कुशवाहा 1 व 2 सितंबर को आगरा मंडल में रहेंगे। इसके बाद 3 व 4 सितंबर को अलीगढ़, 6 व 7 को बरेली मंडल और 8 व 9 मंडल को मुरादाबाद मंडल के जिलों में बीजेपी की मजबूती व कमजोरी की खोज करेंगे। कुशवाहा इसके बाद 13 व 14 सितंबर को सहारनपुर मंडल तथा 15 और 16 सितंबर को मेरठ मंडल में रहेंगे। दोनों दिन बूथ और सेक्टर स्तर तक के कार्यकर्ता से वार्ता करेंगे।
इसके बाद वह 17 से 29 सितंबर तक पूर्वी उत्तर प्रदेश का रुख करेंगे। यहां उनका दौरा आजमगढ़, वाराणसी व मिर्जापुर मंडल का रहेगा। इसी दौरान कानपुर, झांसी तथा चित्रकूट मंडल में भी वह कार्यकर्ताओं से मिलेंगे। वहां पर भी वह चुनावी तैयारियों की थाह लेंगे।